बरेली। बेसिक शिक्षा समिति के आह्वान पर सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालयों के संचालकों ने काला दिवस मनाते हुए अपनी बाहों पर काली पट्टियां बांधी। संचालकों ने उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार प्राइवेट स्कूलों की उपेक्षा कर रही है। जिसके चलते छोटे स्कूलों के संचालकों के परिवारों के सामने गहन आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। समिति के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश चन्द्र सक्सेना का कहना था कि कोविड 19 के कारण निजी शिक्षण संस्थानों पर बहुत बुरा असर पड़ा है। सरकार को चाहिए था कि वह उनके लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करती लेकिन उसके द्वारा घोर उपेक्षा बरती जा रही है। इसीलिए काला दिवस मनाना पड़ा। निजी मान्यता प्राप्त संचालको ने उम्मीद जताई है कि सरकार उनके हित मे जरूर कोई कदम उठाएगी। इस अवसर पर महामंत्री पंकज कुमार सक्सेना, रामकृष्ण शुक्ला, राजीव यादव, डा. कदीर अहमद, सर्वेश पाठक, कानूनी सलाहकार अभय सिंह भटनागर, जिलाध्यक्ष बालेदीन पाल, अरविंद गौड़, छत्रपाल गंगवार, अमित गंगवार, हृदेश यादव, नरेश गंगवार, प्रदीप कुमार गुप्ता, उमा कान्त मौर्य, पंकज गुप्ता, बेचन सिंह, शेर सिंह कश्यप, विजय बहादुर सक्सेना, मनोज कुमार मिश्रा, फराज हुसैन, मोनिका चौपड़ा, पीलीभीत प्रभारी राजेश पटेल, सचिन सक्सेना, बदायूं प्रभारी नवीन सक्सेना तथा रामपुर प्रभारी, शाहजहांपुर प्रभारी डायसल आदि संचालक रहे।।
बरेली से कपिल यादव