बरेली। बरेली कॉलेज मे अभी तक करोड़ों रुपए के घोटाले की बात सामने आ रही है। लेकिन अब शिक्षकों के भी अभिलेखों की जांच होगी। ऐसा इसलिए क्योंकि कई शिक्षकों के अभिलेखो मे सालों से गड़बड़ी चल रही है। इस मामले मे कई लोग शिकायते भी कर चुके है। चर्चा है कि घोटाले की जांच के साथ साथ शिक्षकों के भी अभिलेखो की जांच कराई जाएगी। यहां ये भी बता दें कि बीते दिनों कॉलेज मे स्थापना प्रभारी का भी इसी बात को लेकर जमकर विरोध हुआ था। जिसके बाद इनको पद से इस्तीफा देना पड़ा। क्योंकि स्थापना प्रभारी के हाथ कई शिक्षकों के गलत अभिलेखो की फाइल लग गई थी। इसी तरह से कॉलेज के कई वरिष्ठ शिक्षक ऐसे है जिनके अभिलेखो में गड़बड़ी होने के बाद भी कॉलेज में उच्च पदो पर जमे है। सूत्रों की माने तो उच्च शिक्षा आयोग में शिक्षकों के रिकॉर्ड की जांच के लिए मांग की जा चुकी है। ये निर्देश मिलते ही कॉलेज के कई शिक्षकों की पोल भी खुल जाएगी। चर्चा ये भी है कि इसी लिस्ट में शामिल एक वरिष्ठ शिक्षक का इसी सप्ताह रिटायरमेंट भी हो चुका है। लेकिन जांच के आदेश आने पर इनकी भी परेशानी बढ़ सकती है। सूत्रों की माने तो शिक्षकों ने अपनी मैरिट हाई करने को दो दो बार किसी न किसी बोर्ड से 12वी पास किया है। जिससे कि नौकरी में आसानी हो। चर्चा है कि कॉलेज के एक वरिष्ठ शिक्षक ने अपनी मेरिट बनाने के लिए यूपी बोर्ड के बाद संस्कृत बोर्ड से 12वी फर्स्ट डिवीजन से पास कर आसानी से नौकरी हासिल कर ली जबकि ऐसा करना नियम के खिलाफ है। इस संबंध में विभाग के पास कॉलेज के आधा दर्जन शिक्षकों की शिकायते आ चुकी है।।
बरेली से कपिल यादव