बरेली। बरेली कॉलेज में एलएलबी छात्र के साथ हुई रैगिंग मामले में प्राचार्य की ओर से लिखित जवाब क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी को दे दिया गया है। जिसकी सुनवाई 29 जनवरी को होगी। जिसमें बरेली कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुराग मोहन, चीफ प्रॉक्टर डॉ वंदना शर्मा, पीड़ित छात्र बंद चतुर्वेदी, छात्र नेता राशिद मेवाती व क्लास के बाकी छात्र छात्राओं का पक्ष सुना जाएगा। इसी के बाद कमेटी अपना फैसला सुनाएगी। आपको बता दें कि बरेली कॉलेज में एलएलबी प्रथम सेमेस्टर के छात्र वंश चतुर्वेदी में रैगिंग की शिकायत की थी। जिसके बाद मामला यूजीसी तक पहुंचा और शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने टीम गठित कर जांच शुरू कर दी। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी राजेश प्रकाश ने बताया कि कॉलेज के प्राचार्य से जो बिंदुवार जवाब मांगा गया था वह प्राप्त हो चुका है। कमेटी के सामने लिफाफे को खोल कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि बीते कई सप्ताह से पीड़ित छात्र वंश प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बाहर गया हुआ था। जिसके कारण जांच बीच में ही रोकनी पड़ी। अब छात्र के वापस आने के बाद एक बार फिर रैंगिग मामले में जांच शुरू हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक कॉलेज में यदि रैगिंग साबित हो जाती है तो रैगिंगकर्ता छात्र नेताओं और बाकी छात्रों पर प्रतिबंध के साथ-साथ कॉलेज के प्राचार्य पर भी कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि संस्था के इंचार्ज होने के नाते रैगिंग मामले में रुचि नहीं दिखाना और पूरा मामला कॉलेज की जांच कमेटी पर छोड़ देना इन पर भारी पड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर यदि रैगिंग साबित होती है तो छात्र नेता और बाकी छात्रों पर सात साल तक किसी भी विश्वविद्यालय और कॉलेज में प्रवेश पर प्रतिबंध लग सकता है।।
बरेली से कपिल यादव