बरेली। यूपी सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीति के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए बरेली मंडल की एंटी करप्शन टीम ने बदायूं के बिसौली चकबंदी अधिकारी कार्यालय में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी (पेशकार) राम नरेश को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। जनपद बदायूं के थाना इस्लामनगर ग्राम सिठौली निवासी अजीत सिंह की माता मंजुल की जमीन को चकबंदी प्रक्रिया मे अन्य के नाम दर्ज कर दिया गया था। इस आदेश को उच्च न्यायालय, इलाहाबाद ने रद्द कर पीड़ित की मां के पक्ष में जमीन दर्ज करने के निर्देश दिए। आदेश के क्रियान्वयन के बदले चकबंदी अधिकारी प्रमोद कुमार सिंघल ने 2 लाख की रिश्वत की मांग की और यह रकम उनके पेशकार राम नरेश को देने को कहा गया। शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन टीम बरेली के निरीक्षक प्रवीण सान्याल के नेतृत्व में ट्रैप ऑपरेशन चलाया गया। सोमवार को दोपहर 2:12 बजे जैसे ही राम नरेश ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे न्यायालय चकबंदी अधिकारी बिसौली के मुख्य गेट पर दबोच लिया। चकबंदी अधिकारी बिसौली प्रमोद सिंघल और पेशकार रामनरेश के खिलाफ बदायूं के थाना सिविल लाइन मे मुकदमा दर्ज किया गया है।।
बरेली से कपिल यादव