बच्चों को समय से पहले ही गिरफ्त मे लेने लगा निमोनिया, दो बच्चे हायर सेंटर रेफर

बरेली। गर्मी के प्रकोप के डायरिया को लेकर जिले भर मे हाहाकार मचा हुआ है, लेकिन इसी बीच निमोनिया ने भी दस्तक दे दी है। इससे जिला अस्पताल का स्टाफ का भी हैरान है। अमूमन ठंड के आरंभके दौरान ही अचानक मौसम में बदलाव होने पर बच्चे निमोनिया की चपेट मे आते हैं। मरीज भर्ती होना भी आरंभ होते है लेकिन अगस्त मे जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड मे तीन बच्चे भर्ती हुए जिनमें निमोनिया की पुष्टि हुई है। हैरत की बात ये है कि इनमें दो बच्चे गंभीर निमोनिया की चपेट में होने से उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है।बच्चा वार्ड के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा. कर्मेंद्र के अनुसार वार्ड में भर्ती हुए बच्चे वायरल निमोनिया से ग्रसित मिले हैं। इनकी उम्र एक साल से कम है, ऐसे में मौसम में हो रहे बदलाव के चलते परिजन समझ नहीं पाते हैं और बच्चे बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। दरअसल, बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना में कमजोर होती है। ऐसे में साफ-सफाई न होना, दूषित खानपान के चलते वायरल निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। परिजनों को इस मौसम में बच्चों का ख्याल रखने की जरूरत है। बच्चों को ऊनी कपड़े पहनाकर रखे। रात में ठंड से बचा कर रखें। यदि बच्चे को बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द हो, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। घर पर किसी भी प्रकार का इलाज देने का प्रयास न करें। शहर के बारादरी निवासी रामपाल ने अपनी एक साल की बेटी आराध्या को बीते सोमवार को बच्चा वार्ड में भर्ती कराया। जांच मे बच्ची वायरल निमोनिया से ग्रसित मिली। स्टाफ के पूछने पर बताया कि बच्ची को बुखार आने पर उसके शरीर पर कपड़ा भिगोकर रखा था लेकिन हालत मे सुधार नही हुआ। बच्ची को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। वही हाफिजगंज निवासी संतोष ने 3 माह की बेटी वंदना को बीते 12 अगस्त को बच्चा वार्ड में भर्ती कराया, बच्ची जांच में निमोनिया से ग्रसित मिली। परिजनों ने बताया कि खांसी बुखार की समस्या होने पर घर के पास के ही एक डॉक्टर से दवा ले ली थी, लेकिन आराम नहीं मिला। बच्ची की हालत गंभीर होने पर 14 अगस्त को हायर सेंटर रेफर किया गया।।

बरेली से कपिल यादव

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