मेरठ- मेरठ जेल के अंदर बंदियों को सुकून और शांति के कुछ पल देगा ‘जेल रेडियो’। जी हां, इसमें बंदी अपनी फरमाइश के गाने भी सुन सकेंगे। रेडियो का संचालन करने वाले साथी बंदी (रेडियो जॉकी), फरमाइश करने वाले के नाम के साथ उसका गाना बजाएंगे। इसके लिए जेल में स्टूडियो भी तैयार किया गया है। कार्यक्रम का प्रसारण एक घंटे ही होगा। शुक्रवार को डीजी जेल आनंद कुमार ने इसका शुभारंभ किया।
जेल में बंदियों के बीच स्वस्थ मनोरंजन और उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए 14 साल पहले सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप रघुनंदन ने जेल रेडियो की परिकल्पना को मूर्तरूप दिया था। वर्तमान में मैनपुरी, एटा, बिजनौर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, हरदोई, बागपत, मथुरा, आगरा, गोरखपुर, रामपुर सहित 24 जेलों में ‘जेल रेडियो’ का संचालन हो रहा है। चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में 25वें ‘जेल रेडियो’ की स्थापना होगी। यहां हर दिन सुबह बैरक के अंदर मौजूद बंदियों से फरमाइश जुटाई जाएगी। इसके बाद दोपहर तीन से चार बजे तक उनका प्रसारण होगा। ‘जेल रेडियो’ का आधार पब्लिक एड्रेस सिस्टम होगा। इस सिस्टम से बंदियों को दिशा-निर्देश भी दिए जाते हैं। अब इसे रेडियो को बदल दिया गया है। बेहतर परिणाम मिलने पर समय बढ़ाने का निर्णय भी लिया जा सकता है। इस दौरान आईजी रेंज प्रवीण कुमार व एसएसपी अजय साहनी मौजूद रहे।