* प्रदूषित पानी का किया गहन निरीक्षण
राजस्थान/बाड़मेर- सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने रविवार को देर रात तक बालोतरा फैक्ट्रियों से निकलने वाले रासायनिक दूषित पानी से प्रभावित क्षेत्रों का चार घंटे तक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सीईपीटी प्लांट सहित जेरला, खेड़ ग्राम पंचायतों के आवासीय, कृषि और गौचर भूमि का जायजा लिया। सांसद ने हजारों बीघा भूमि पर रासायनिक पानी से हुए नुकसान को देखा और स्थानीय लोगों व अधिकारियों से चर्चा की।
सांसद बेनीवाल ने कहा कि बालोतरा की औद्योगिक फैक्ट्रियां बिना ट्रीट किया गया जहरीला पानी अवैध तरीके से लूणी नदी, नालों और खेतों में छोड़ रही हैं। यह एनजीटी और पर्यावरणीय नियमों का खुला उल्लंघन है। इसके कारण मरुगंगा लूणी नदी बुरी तरह प्रदूषित हो चुकी है, खेत बंजर हो गए हैं, आवासीय कॉलोनियां जलमग्न हैं, वनस्पति जल चुकी है और पशु-पक्षियों की मौत हो रही है। आमजन का जीवन कठिन हो गया है और स्थानीय लोग विभिन्न बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
उन्होंने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि जिम्मेदार अधिकारी फैक्ट्रियों के साथ मिलीभगत कर आमजन और प्रकृति की कीमत पर लाभ उठा रहे हैं। सीईपीटी प्लांट के निरीक्षण में भी गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। बेनीवाल ने बताया कि 18 एमएलडी क्षमता वाला यह प्लांट नियमित रूप से संचालित नहीं होता और अक्सर बंद रहता है। यहां मात्र 2 एमएलडी पानी ही ट्रीट होता है, जबकि शेष दूषित पानी सीधे लूणी नदी व खुले नालों में छोड़ दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि फैक्ट्रियों से हर साल अनुमानित लगभग 60 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में वसूला जाता है, लेकिन धरातल पर उसका 20% भी खर्च नहीं किया जाता। यह पूरा तंत्र भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े का अड्डा बन चुका है, जिसका खामियाज़ा प्रकृति, आमजन और लूणी नदी भुगत रही है।
– राजस्थान से राजूचारण