बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। कस्बा क्षेत्र के लोग बंदरों के आतंक से परेशान है। मंगलवार को बंदरों ने दर्जनभर से अधिक लोगों पर हमला कर उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया। उन्हे अस्पताल ले जाया गया। लोगों ने वन विभाग से बंदरों के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग की है। कस्बे मे कटखने बंदरों का आंतक बना हुआ है। कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खिरका पर जख्मी लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने पहुंचे तो एक को गम्भीर घायल होने पर रेफर कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार बन्दरों और कुत्तों का आतंक से क्षेत्र के लोग दहशत मे है। इनके डर की बजह से लोग अकेले घर से नही निकल रहे है। मंगलवार को क्षेत्र मे एक दर्जन लोगों को बन्दर और कुत्तों ने हमला कर घायल कर दिया। गांव सतुईया निवासी प्रेमपाल हाइवे पर स्थित पाल ढ़ाबा के पीछे खेत मे काम करने गया तभी पीछे से एक बन्दर ने हमला कर कान काट लिया और गाल फाड़ दिया। शोर मचाने पर ढाबा पर मौजूद लोगों ने बचाया जिसे सीएचसी ले गए। गंम्भीर घायल होने की बजह से उसे बरेली रेफर कर दिया। बही खिरका निवासी बुद्धसेन 55 बर्ष जंगल की तरफ टहल रहे थे अचानक उन पर बन्दर ने हमला कर घायल कर दिया। औंध निवासी धनपाल को घर पर ही बन्दर ने हमला कर काट लिया। मढौली निवासी शिवम तीन वर्ष को बन्दर ने काट लिया। कस्बे मे मीना, राधिका, तस्लीम शेरबहादुर, प्रकाश चन्द्र उपाध्याय 62 बर्ष, राजा 13 वर्ष नारा फरीदपुर निवासी अनु दो बर्ष को बन्दर ने हमला कर घायल कर दिया। क्षेत्र के गांव खानपुर निवासी नितेश को कुत्ते और इदरीश को बिल्ली ने काट लिया। थानपुर निवासी अर्जुन अपने कमरे मे सो रहा था अचानक बन्दर कमरे आ गया और उसकी नाक और हाथ मे काट लिया। अर्जुन और प्रेमपाल राजश्री अस्पताल मे भर्ती है। वही राजश्री मेडिकल कॉलेज के कई छात्रों को मंदिर मे काट कर घायल कर दिया। राजश्री मेडिकल कॉलेज के छात्रों पर बंदरों ने हमला की सूचना पर वन विभाग की टीम पिंजरा लेकर राजश्री मेडिकल पहुंची और उस बंदर की तलाश की लेकिन बन्दर हाथ नही आये। गर्ल्स हॉस्टल के छत पर गेट छोटा होने की बजह से पिंजरा छत के उपर नही पहुंचा तो वह विभाग की टीम ने गेट पर लगा दिया। बन्दरों के खाने का सामान उसमे रख दिया है जैसे ही बंदर खाने को आएगा बन्द हो जायेगा।।
बरेली से कपिल यादव