फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। बुधवार को एसएसपी अनुराग आर्य ने थाना फतेहगंज पश्चिमी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें वहां कई खामियां मिली। गूगल मीट पर 24 घंटे पहले ही निरीक्षण के बारे मे निर्देश दे दिए गए थे। इसके बावजूद थाना प्रभारी राजेश बाबू मिश्रा ने इसकी कोई तैयारी नही की। जनसुनवाई मे मिली शिकायतों को लेकर कोई मॉनीटरिंग नही की गई। सिपाहियों को कोई बीट बुक नही बांटी गई जबकि एक साल से बीट बुक थाने भेजी जा चुकी है। इस पर एसएसपी ने थाना प्रभारी राजेश बाबू मिश्रा को निलंबित कर दिया। इस कार्रवाई से थाने मे खलबली मच गई। इससे पहले मंगलवार को दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी। मनमानी कार्यशैली और लापरवाही के मामले मे एसएसपी अनुराग आर्य ने एक दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया था। सभी के खिलाफ विभागीय जांच बैठाई गई है। जानकारी के अनुसार थाना सीबीगंज मे दर्ज मुकदमे की विवेचना सिरौली थाने में तैनात दरोगा हेमराज सिंह कर रहे थे। उन्होंने एक मुकदमे में आरोपी को दो बार रिमांड पर लिया और विवेचना पूरी कर कोर्ट में गलत तथ्य प्रस्तुत कर दिए। दरोगा ने अधिकारियों से भी तथ्य छिपाए रहा। जिसका लाभ आरोपी को मिला। जांच मे सच्चाई सामने आई तो एसएसपी ने हेमराज को निलंबित कर दिया। वही देवरनिया मे 27 नवंबर की रात चोरों ने छह दुकानों के ताले तोड़कर लाखों रुपये की चोरी कर ली थी। एसएसपी ने जांच कराई तो पता लगा कि मुख्य आरक्षी संजय कुमार और महेंद्र कुमार की यहां रात की गश्त में ड्यूटी लगी थी पर वह वहां नहीं थे। एसएसपी ने इनको भी निलंबित कर दिया है।।
बरेली से कपिल यादव