प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के कैम्पस में दिन भर लगता दलालों का जमावड़ा: दुकानदारों और डॉक्टरों की साठगाँठ

बिहार -जिले का सबसे बड़ा प्रखंड आज बेबसी का आलम झेल रहा है। लोग सरकारी अस्पताल में सभी सुविधा उपलब्ध होने के बावजूद प्राईवेट अस्पतालों में ईलाज कराने के लिए मजबूर हो रहे हैं। वजह कुछ और नही अस्पताल और बिचौलियों की मिलीभगत है।

फोन करने पर भी नही पहुंचता है एम्बुलेंस:

दुर्भाग्य है कि 29 प्रखंड का ब्लॉक होने के बाद भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया में मात्र 2 एम्बुलेंस है। जिसमें से अभी विगत 2 माह से एक ही एम्बुलेंस कार्यरत है। जिससे मरीज सही समय पर अस्पताल नही पहुंच पा रहे हैं। राजा भर के दुखनी देवी, करमवा के रामावती देवी, तथा माधवपुर मलाही टोला के अनीता देवी, ने बताया कि उनकी तबीयत खराब होने पर एम्बुलेंस के लिए कई बार फोन किया। परंतु अस्पताल द्वारा एम्बुलेंस की कमी बताकर इग्नोर कर दिया गया। बाद में जैसे-तैसे ईलाज के लिए सभी पीड़िता मझौलिया पहुंची।

कांग्रेस नेता कामेश्वर पाण्डेय ने जाहिर की नाराजगी:-

कांग्रेस नेता कामेश्वर पाण्डेय उर्फ़ पप्पू पाण्डेय ने नाराजगी व्यक्त किया। साथ ही जिलाधिकारी से उचित जाँच कर कार्रवाई करने की मांग की है।आर्थिक तंगी का शिकार हो रहे हैं लोग:

भाकपा माले नेता जवाहिर प्रसाद तथा रिची शाह ने बताया स्वास्थ्य सेवा के प्रति घोषणाएं अधिक हो रही है। परंतु मरीजों की सेवा दिन प्रतिदिन घटती जा रही है। अस्पतालों में सुविधाओं की कमी की वजह से मरीज प्राइवेट क्लीनिक में इलाज कराने के लिए मजबूर हो गए हैं। उन्हें आर्थिक व मानसिक तंगी का शिकार होना पड़ रहा है।

कैंपस में दिनभर दलालों का लगता है जमावड़ा:

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मझौलिया में जात के नाम पर खानापूर्ति और दलालों का दिनभर जमवाड़ा देखने को मिलता है। अस्पताल से जांच कराकर बाहर निकलते ही मरीजों को दलाल अपने चंगुल में ले लेते हैं। और प्राइवेट क्लीनिकों में शिफ्ट करा देते हैं।

दुकानदारों और डॉक्टरों का है सांठगांठ:-

सूत्रों ने बताया की अस्पताल में कुछ वैसे भी चिकित्सक हैं। जिनकी सांठगांठ प्राइवेट क्लीनिक एवं दवाई खाना दुकानदारों से है। इन मरीजों को दवाखाना में उपलब्ध दवाइयां तथा समुचित जांच कराने के लिए भेज दिया जाता है। अस्पताल में इन समस्याओं के कारण मरीजों की संख्या नदारद होती जा रही है। महज सरकारी लाभ के लिए डिलीवरी तथा बंध्याकरण के लिए मरीज पहुंच रहे हैं।

नही सुधरें हालात तो होगी आंदोलन:-

नेता दुबे ने कहा की अगर एक सप्ताह के अंदर एम्बुलेंस सेवा नहीं बढ़ाई गई, तथा जटिल बीमारियों की दवाइयां एवं स्वास्थ्य सुविधा में सुधार नहीं किया गया, तो सूचना देकर पार्टी चरणबद्ध आंदोलन पर उतारू हो जाएगी।

सिविल सर्जन ने उचित कार्रवाई करने का दिया आश्वासन:

इस बाबत प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सलाम का फोन करने पर कॉल नहीं उठाने के कारण उनका पक्ष प्राप्त नहीं हो सका। वहीं सिविल सर्जन ने बताया कि, जिला स्तरीय टीम से जांच करा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

– राजू शर्मा की रिपोर्ट

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