बरेली। कहते है कि प्यार का कोई मजहब नही होता। मगर जिस प्यार के लिए मजहब छोड़ा जाए और वही उसे छोड़कर चला जाए तो जिंदगी वीरान हो जाती है। ऐसा ही एक मामला बरेली मे भी सामने आया है। अपने पति को पाने के लिए पत्नी थाने से लेकर एसएसपी कार्यालय तक गुहार लगा रही है। मगर न तो पुलिस उसकी सुनवाई कर रही है। न ही कोई और उसकी मदद को आगे आ रहा है। महिला बीते चार दिनों से थानो के चक्कर काट रही है। शहर के थाना कैंट इलाके की रहने वाली एक हिंदू युवती की शादी हरदोई मे हुई थी। जिसके बाद उसके परिवार के लोगों का वहां पर आना जाना शुरू हुआ। इसी बीच करीब तीन साल पहले हरदोई की रहने वाली एक मुस्लिम युवती की मुलाकात हरदोई मे शादी हुई हिंदू महिला के भाई से हुई। जिसके बाद दोनों आपस में बातचीत करने लगे। दोनों ने एक दूसरे से नंबर एक्सचेंज कर लिए। उनकी दोस्ती धीरे-धीरे प्यार मे बदल गयी। पीड़ित महिला का आरोप है कि जब उसकी बात कैंट के रहने वाले युवक से होती रही तो उसने कई बार उसे मिलने के लिए बरेली बुलाया। आरोप यह भी है कि उसके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए। जब शादी के लिए कहा तो मजहब बीच मे आया। महिला ने बताया कि इसके बाद युवक ने कहा कि यदि वह अपना धर्म परिवर्तन करके हिंदू बन जाए तो वह उससे शादी कर लेगा। जिसके बाद महिला ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया। परिवार को छोड़कर एक मंदिर मे जाकर उसके साथ शादी कर ली। शादी के बाद उसे ससुराल वालों ने भी अपने साथ नही रखा था। वो और उसका पति हरदोई मे ही एक किराए के मकान में रहने लगे। कुछ दिन बाद उसके पति ने उससे कई बार कहा था कि उसके घर वाले कह रहे है कि उसकी दूसरी शादी करा देंगे। अब छह महीनें बाद ही एक फरवरी को उसका पति उसे छोड़ गया। आरोप है कि घर से वह नकदी समेत अन्य सामान भी ले गया। जब महिला को इसकी जानकारी हुई तो वह अपनी ससुराल पहुंची। मगर ससुरालियों ने उसे घर मे नहीं घुसने दिया। पीड़िता ने बताया कि जब उसका प्रेम प्रसंग शुरू हुआ तब भी उसका पति पढ़ाई कर रहा था और शादी के बाद भी वह पढ़ाई कर रहा है। उसकी पढ़ाई से लेकर उसके रहने तक का पूरा खर्चा बह ही उठाती है। इसके बाद भी वह उसे छोड़कर चला गया। बहरहाल अब पीड़ित महिला न्याय पाने के लिए थानों के चक्कर काट रही है।।
बरेली से कपिल यादव