बरेली। रेलवे की पेंड्रोल क्लिप चोरी मामले में आरपीएफ ने एक और सीनियर सेक्शन इंजीनियर को देहरादून में गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सीनियर सेक्शन इंजीनियर का नाम ओमप्रकाश शर्मा बताया जा रहा था। आरपीएफ के मुताबिक पकड़ा गया सीनियर सेक्शन इंजीनियर मुरादाबाद रेल मंडल में तैनात था। पूछताछ में पहले पकड़े गए सेवानिवृत्त सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ दिनेश लोहानी ने बताया था कि उसे ओमप्रकाश शर्मा ने ही पूरा प्लान बताया था। जिसके तहत उसने यह कार्य किया था। इसके अलावा ओमप्रकाश ने ही कहां किस तरह से माल की खपत करनी है की जानकारी दी थी। देहरादून से गिरफ्तारी के बाद आरोपी को रेलवे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। इससे एक महीना पहले भी रिटायर पकड़े गए। आपको बता दें कि 22 लाख रुपये कीमत की पेंड्रोल क्लिप और पिन चोरी करके इफको आंवला की रेलवे प्राइवेट साइडिंग में छिपा दिया था। तैयारी थी कि मुरादाबाद और चंदौसी के बाजार में इनको बेच लिया जाएगा। लेकिन आरपीएफ बरेली ने पहले ही छापामारी करके रेलवे सामग्री बरामद कर ली। रेलवे के सेवानिवृत्त सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। जंक्शन आरपीएफ थाना प्रभारी विपिन कुमार सिसौदिया के मुताबिक सीबीगंज के रेलवे गोदाम से करीब 22 लाख रुपये के पेंड्रोल क्लिप व पिन बेचने की सूचना उन्हें मिली थी। जांच में सामने आया कि रेलवे सामग्री बेचने वाला कोई और नहीं बल्कि 30 जून को रिटायर हुआ सेक्शन इंजीनियर रेलपथ दिनेश प्रकाश लोहानी है। आरपीएफ ने राजेंद्रनगर स्थित आवास से अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि सेवानिवृत्त होने के एक सप्ताह पहले ही उसने एक ठेकेदार को 20 हजार पेंड्रोल क्लिप और 10 हजार लोहे की पिन बेची थी। जिसकी कीमत करीब 22 लाख रुपये है। जिसे बाद में उसकी निशानदेही पर इफको साइड से बरामद किया गया। रविवार देर रात मुरादाबाद रेल मंडल में तैनात सीनियर सेक्शन इंजीनियर ओमप्रकाश शर्मा को भी देहरादूून से गिरफ्तार कर लिया गया है। अब केवल ठेकेदार को गिरफ्तार किया जाना बाकी है। जबकि कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।।
बरेली से कपिल यादव