बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। भले ही केद्र सरकार राशन कार्ड धारकों को पारदर्शिता से राशन वितरण कराने के लिए कितने ही निर्देश दें। इसका कोटेदारों पर असर नहीं है। सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों से जनता को मिलने वाले गेहूं और चावल की घटतौली हो रही है। मंगलवार को डीएसओ के निर्देश पर पूर्ति निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव ने छापामारी कर इसका खुलासा किया। पूर्ति निरीक्षक ने कस्बे की तीन राशन की दुकानों का निरीक्षण किया। कोटेदार नरेंद्र अग्रवाल की दुकान में निरीक्षण में व्यवस्थाएं ठीक मिली। कोटेदार मोहम्मद नबी की दुकान पर राशन लेने वाले कार्ड धारकों से आपूर्ति निरीक्षक ने राशन वितरण की जानकारी ली। एक कार्ड धारक ने खाद्यान्न कम होने की जानकारी आपूर्ति निरीक्षक को दी। आपूर्ति निरीक्षक ने कार्डधारक को दिए खाद्यान्न की तौल कराई। तौल में खाद्यान्न 800 ग्राम कम निकला। आपूर्ति निरीक्षक ने खाद्यान्न पूरा कराया। उन्होंने कोटेदार को कड़ी चेतावनी दी। कोटेदार वाहिद की दुकान को भी उन्होंने चेक किया। आपूर्ति निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि डीएसओ के निर्देश पर तीन दुकानों पर गए थे। कुछ विशेष नहीं मिला। एक आदमी का खाद्यान्न कुछ कम था। उसको पूरा खाद्यान्न दिलवा दिया। आपको बता दें कि कार्ड धारकों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कस्बे के तीनों कोटा डीलर हर राशन कार्ड धारक को एक किलो राशन कम देते है और कहते हैं कि हमें भी ऊपर से कम मिल रहा है। मजबूरी में कार्ड धारक एक किलो कम ही ले जाते है। क्योंकि विरोध करने पर कोटेदार राशन कार्ड की कटवा देते हैं। ऐसा एक मामला मोहल्ला अंसारी चौड़ा खड़ंजा के मोहम्मद इरशाद जो पेशे से ड्राइवर है बताया कि कम राशन देने का विरोध करने पर कोटेदार ने राशन कार्ड कटवा दिया। आगे बताया कि बनवाने के लिए कई बार कार्यालयों चक्कर काट चुके हैं लेकिन आज तक राशन कार्ड नहीं बन पाया है।।
बरेली से कपिल यादव