पूर्णिया/बिहार- कुछ दिन पहले 28 अप्रैल 2018 को पूर्णिया के होम अट्रेक्शन के मालिक पिंकू जायसवाल के ऊपर अपराधियों द्वार जानलेवा हमला हुआ था जिसमे पिंकू जायसवाल के ऊपर गुरूद्वरा रोड स्तिथ उनके आवास के पास ही तावर तोड़ गोली बरसा दी गई थी। इस गोली कांड में पीड़ित व्यक्ति पिंकू जायसवाल को 4 गोली लग गई थी। और वो बुरी तरह से घायल हो गए थे। और उनका इलाज पूर्णिया के ही एक निजी अस्पताल में चल रहा था। पर अभी वो ठीक है और वापस अपने काम काज में लौट चुके हैं। जिला प्रशासन के तरफ से उन्हें बॉडी गार्ड भी मुहैया कराया गया है। जो हमेशा उनके साथ रहते है। पिंकू जायसवाल गोली कांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी बिट्टू सिंह आज पूर्णिया कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अब आगे की बात तो कोर्ट ही बताएगी। पर
अब गौर करने वाली बात ये हैं कि पूर्णिया जिला एक विकसित और समृद्ध जिला हैं । यहाँ जनसंख्या लगभग 3,264,619 हैं जिसमे महिलाओं की संख्या 1,565,249 और पुरुषों की संख्या 1,699,370 करोड़ है। अब सोचिये इतनी बड़ी आबादी वाले जिले में लाखो व्यव्सायी है जो अलग अलग व्वसाय से जुड़े है। और व्वसाय करके करोड़ो रूपये टैक्स के रूप में सरकार को देती हैं। अगर इसमें किसी भी व्यव्सायी के ऊपर दोबारा जानलेवा हमला होता हैं तो उसकी सुरक्षा का जिम्मेवार कौन होगा पुलिस प्रशासन कितने को बॉडी गार्ड देती रहेगी । आज एक पिंकू जायसवाल के ऊपर जानलेवा हमला हुआ तो सरकार और पुलिस प्रशासन उन्हें बॉडी गार्ड मुहैया करवा दी।पर क्या सभी व्यव्सायी को गार्ड मुहैया कराना संभव है। पूर्णिया सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहाँ के व्वसाय में इजाफा हुआ है । पूर्णिया के चारो तरफ से हजारो लाखो लोग यह हर दिन अपना व्वसाय या अपना बाजार बढ़ाने आते है। पूर्णिया का गुलाबबाग़ भारत का सबसे बड़ा अनाज की मंडी है। अब तो यहाँ अनाज के साथ साथ और भी तरह के व्वसाय होने लगा है। यहाँ FMCG के हर कंपनी के कार्यालय खुल चुके है जो पूरे भारत मे बैठ कर अपना व्वसाय करते हैं। अभी मक्का के सीजन में पूरे देश से बड़े बड़े वयापारी यहां अपना व्यपार करने आते है। पूर्णिया मेडिकल के क्षेत्र में भी सभी जिले से आगे निकर गई। कॉरपोरेट का एक हब सा बन गया है। सब बड़ी बड़ी कंपनी यहाँ अपना व्यपार बढ़ाने में लगे पड़े है।
पर जब बात आती है यहाँ की सुरक्षा व्यवस्था की तो सरकार और प्रशासन फ़िस हो जाती हैं । अकेले पूर्णिया में लाख से ऊपर व्वायपरी जो बड़ा कारोबार करते हैं। और वो अपने आप को असहज और असुरक्षित महसूस करते है।अगर पूर्णिया में इसी प्रकार से हत्या, अपहरण, लूट ,फिरौती की घटनाएं होती रही तो वो दिन दूर नही जब यहाँ से वयापारी पलायन करने को मजबूर हो जाएंगे।
-पूर्णिया से शिव शंकर सिंह की रिपोर्ट