आजमगढ़- ईद-उल-अजहा (बकरीद) पूरे जनपद में सोमवार को अकीदत के साथ मनाई गई। इस दौरान कुल 503 स्थानों पर नमाज अदा की गई। शहर के बदरका ईदगाह पर सुबह साढ़े सात बजे बकरीद नमाज अदा के बाद एक दूसरे से लोग गले भी मिले। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चे भी आपस में गले मिल रहे थे। बकरीद की नमाज के बाद कुर्बानी का दौर शुरू हो गया और देर शाम तक यह चलता रहा। मुबारकपुर क्षेत्र के लोहरा में प्रशासनिक रोक की वजह से कुर्बानी नहीं हुई और चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पीएसी के जवान तैनात रही। प्रशासनिक अफसरों की यहां विशेष नजर रही।बकरीद की नमाज को लेकर सुबह से ही नगर पालिका व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से लगा हुआ था। ईदगाह के इर्द-गिर्द भव्य सफाई की गई थी। पशुओं के आने पर रोक के लिए जगह-जगह पालिका के कर्मचारी मौजूद थे। बदरका ईदगाह पर सुबह से ही जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रो. त्रिवेणी सिंह व अन्य अफसर मौजूद थे। सर्वप्रथम बदरका ईदगाह पर नमाज अदा की गई। नमाज सकुशल सम्पन्न होने पर पुलिस व प्रशासन ने राहत की सांस ली। मुबारकपुर के लोहरा छोड़ अन्य क्षेत्रों में नमाज अदा करने के बाद बकरे की कुर्बानी दी गई। कुर्बानी के बकरे के गोश्त को तीन हिस्सा करने की शरीयत में सलाह है। गोश्त का एक हिस्सा गरीबों में, दूसरा दोस्त अहबाब के लिए और वहीं तीसरा हिस्सा घर के लिए इस्तेमाल किया जाता है। मुस्लिम बंधु गोश्त बांटे व जकात के धन को गरीबों में बांटा।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़