बरेली। जनपद के थाना शाही क्षेत्र के गौसगंज बवाल प्रकरण मे मुख्य आरोपी बख्तावर अली के दोनों बेटे इशरफ उर्फ अशरफ व आसिद का मंगलवार को भी कोई सुराग नही लगा। दोनों पर 25-25 हजार का ईनाम है। मंगलवार की रात गौसगंज से एक समुदाय के 35 परिवार घरों से फरार हो गए। कुछ घरों में ताला पड़ा है। कुछ घर खुले पड़े हैं। उनमें कोई भी नही है। पलायन करने की अफवाह उड़ा दी गई। हालांकि पुलिस बवाल करने वाले 35 आरोपियों को जेल भेज चुकी है। इसमें दो आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ मे गिरफ्तार किया था। एक को पुलिस की गोली लगी थी। 19 जुलाई को गौसगंज गांव में तेजराम के घर पर एक समुदाय के लोगों ने हमलाकर दिया था। इस मामले में तेज राम समेत सात लोग घायल हुए थे। पुलिस ने परिवार को अस्पताल में भर्ती कराया था। इसमें अगले ही दिन तेजराम की मौत हो गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। गांव में तनाव बढ़ने पर पीएसी व पुलिस फोर्स लगाया गया। पुलिस ने बवाल करने वाले 10 आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया। दो आरोपियों के घर पूरी तरह से तोड़ दिए गए। जबकि अन्य के घरों में आंशिक तोड़फोड़ की गई। मुख्य आरोपी बख्तावर के बेटे इशरफ उर्फ अशरफ और आसिद पर 25-25 हजार का ईनाम घोषित है। दोनों की तलाश में टीमें लगी हैं। पुलिस का गांव में कड़ा पहरा है। डर से बवालियों के 35 परिवार गांव छोड़कर भाग गए हैं। अफवाह उड़ा दी गई, गांव से पलायन कर गए। पता चला पुलिस उनकी तलाश में है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर है। कुछ घरों में ताला पड़ा हुआ है। कुछ खुले पड़े हैं। ताला भी नहीं लगा है।।
बरेली से कपिल यादव