बरेली। जनपद के पुलिस लाइन मे तैनात सिपाही मो. आकिब सोशल मीडिया पर खुद को जननायक और दार्शनिक बताकर प्रचारित करता था। मामला संज्ञान मे आने पर एसएसपी अनुराग आर्य ने जांच कराई। जिसमे सोशल मीडिया पॉलिसी के उल्लंघन एवं पुलिस की छवि धूमिल करने का दोषी पाए जाने पर उसे सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही उसके खिलाफ विभागीय जांच के भी निर्देश दिए गए है। मुरादाबाद मे थाना मैनाठेर के वार्ड 11 मोहल्ला गांगनवारी निवासी सिपाही मो. आकिब पुलिस लाइन में आरमोरर के पद पर तैनात था। एसएसपी अनुराग आर्य को जानकारी मिली कि मो. आकिब पुलिसकर्मियों के लिए बनाई गई सोशल मीडिया पॉलिसी का उल्लंघन करते हुए पोस्ट कर रहा है, जिससे पुलिस विभाग की छवि खराब हो रही है। इस पर एसएसपी ने मामले की जांच कराई, जिसमें आरोप सही पाए जाने पर सिपाही मो. आकिब को सस्पेंड कर उसके खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश दिए है। सिपाही मो. आकिब ने फेसबुक पर सर आकिब पाशा के नाम से अकाउंट बना रखा है। इस अकाउंट पर वह खुद को जननायक, समाज सुधारक, दार्शनिक एवं लेखक के रूप मे प्रदर्शित करता है। कई पोस्ट मे उसने मैनाठेर में बदलाव के लिए लोगों को उकसाने वाली बातें भी लिखी है। मो. आकिब के फेसबुक अकाउंट की भी जांच कराई गई। इसमें सामने आया कि उसने अपनी पोस्ट में महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर वह असलहों का प्रदर्शन करते हुए भी नजर आया। इन सब चीजों का संज्ञान लेते हुए उसे सस्पेंड किया गया है।।
बरेली से कपिल यादव
