पीड़ित व्यक्ति से तुरंत मिलकर समाधान करें – राममूर्ति जोशी

*थानाधिकारी रात्रि में पहुंचे बीस किलोमीटर दूर पीड़ित के द्वार….

बाड़मेर/राजस्थान- हमारे देश के पुलिस थाने या फिर अन्य घटनाओं में पुलिस वालों को अक्सर पीड़ित व्यक्तियों द्वारा जमकर कोसते होंगे की अमुक पुलिसकर्मीयों द्वारा हमारे साथ सही व्यवहार नहीं करता है वह हमारी सुनवाई में सहयोग नहीं करते हैं और सैकड़ो तरह के आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते हैं लेकिन पुलिसकर्मियों द्वारा आमजनता को राहत देने की अपनी तरफ से पूरी कोशिश रहतीं है इसलिए एक कहावत मशहूर है कि कुछ तो लोग कहेंगे और लोगों का काम है सिर्फ कहना l

ऐसा ही एक वाक्या कल शाम को एक पीड़ित व्यक्ति ने जर्नलिस्ट काउंसिल आफ इडिया की सलाहकार समिति के सदस्य वरिष्ठ पत्रकार राजू चारण को अपनी पीड़ा बताते हुए जीवन में अपने आपको बहुत ही निराश होकर सहयोग के लिए खबरों के माध्यम से मदद करने का सहयोग मागा l
पत्रकारिता का पहला धर्म समझकर हमारे द्वारा पीड़ित व्यक्ति की समस्या को नागौर पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी से जानकारी साझा करने पर पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने तुरंत ही नजदीकी पुलिस थानाधिकारी को बीस पच्चीस किलोमीटर दूर पीड़ित व्यक्ति के घर भेजकर उनकाे सहयोग करने के साथ ही गलत कदम उठाने से रोकने के साथ ही समझाइश कर उचित समन्वय स्थापित किया l

पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने जहाँ पर भी अपनी कमान सम्भाली है वहाँ पर पीड़ितों के लिए अपने कार्यालय के द्वार हमेशा खुले मिलतें है l पुलिस के पास किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर तुरंत प्रभाव से एक्शन लें। इसके साथ ही मौके पर पहुंचकर फरियादी को राहत पहुंचाने का प्रयास करें और वर्तमान दौर स्मार्ट पुलिसिंग का है।

जिले की सुरक्षा व्यवस्थाओं के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए राममूर्ति जोशी ने बताया कि जिले के समस्त थानाधिकारियों को अपने-अपने थानों की पैण्डेसी पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार कम करने के साथ ही थानों पर दर्ज प्रकरणों में तुरंत अनुसंधान कर पीडितो को न्याय दिलवाना चाहिए । दर्ज प्रकरणों का त्वरित गति से निष्पक्षता के साथ में अनुसंधान पूर्ण कर निस्तारण करना चाहिए ।

पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि समस्त थानाधिकारियों को वांछित अपराधियों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के दौरान अपने-अपने थाना क्षेत्र में लोकल स्पेशल एक्ट की कार्रवाई, एमवी एक्ट की कार्रवाई, अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई, सम्पति संबंधी अपराधों में बरामदगी अधिकाधिक करने, स्थायी वारंटियों, भगौड़ों एवं पीओ को गिरफतार करने, हार्डकोर अपराधियों के विरूद्ध कार्यवाही, केश ऑफिसर स्कीम के तहत चयनित प्रकरणों में प्रभावी पैरवी करना चाहिए ताकि पीड़ितों को न्याय मिलेगा ।

– राजस्थान से राजूचारण

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