मध्यप्रदेश/ शुजालपुर- मुख्यमंत्री भावांतर योजना तहत लहसुन व प्याज की खरीदी बिक्री में जो फर्जीवाड़ा हुआ है, यदि जवाबदार सजग होते तो यह नहीं होता। यह खुलासा अब तक की पड़ताल में सामने आया। 12 अप्रैल से शुरू हुई लहसुन तथा 12 मई से शुरू हुई प्याज की भावांतर खरीदी तहत जिले में जो केंद्र बनाए गए थे। इनमें पंजीकृत किसानों द्वारा लाई जा रही उपज की मॉनीटरिंग के लिए जिला प्रशासन ने कृषि व उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई थी, लेकिन इन्होंने इस प्रक्रिया के दौरान मंडी में आना उचित नहीं समझा और कुछ किसानों को प्रलोभन देकर व्यापारियों ने मंडी कर्मचारियों के साथ मिलीभगत कर जाली दस्तावेज तैयार किए और फर्जीवाड़ा किया। हालांकि मंडी प्रशासन की सजगता से यह फर्जीवाड़ा सामने आ गया। मामले में सोमवार की रात मंडी के 10 कर्मचारियों सहित 30 व्यापारिक फर्म के संचालकों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया जा चुका है।
– गौरव व्यास शाजापुर