बरेली। शहर के पुराने बस अड्डे पर बीते दो दिसंबर को तीन बच्चे अर्ध बेहोशी की हालत में मिले थे। जिन्हें पुलिस की मदद से जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। सूचना पर पहुंचे बच्चों के पिता मुकेश शर्मा को जब जानकारी हुई तो उसने अपनी पत्नी रितिका शर्मा और चचेरे भाई प्रशांत पर बच्चों को जहर देने का आरोप लगाकर दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। साथ ही यह भी कहा था कि उसकी पत्नी उसे छोड़कर उसके चचेरे भाई के साथ किच्छा में रहती है। मगर पुलिस ने जब मामले की जांच पड़ताल की तो पता चला कि बच्चों के पिता मुकेश शर्मा ने ही उन्हें जहर दिया था। मामले में पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आपको बता दें कि कोतवाली इंस्पेक्टर हिमांशु निगम ने बताया कि जब मामले की जांच पड़ताल की गई तो उन्होंने सबसे पहले दोनों आरोपियों की तलाश की। तो पता चला कि आरोपित प्रशांत किसी दूसरे मामले में तिलहर मे एक दिसंबर को ही कोर्ट में पेश हुआ था। जहां से उसे जेल भेजा गया था। ऐसे में बच्चों को जहर देने के मामले में प्रशांत का मौके पर होना संभव नहीं था। इसके बाद पुलिस तीनों बच्चों और पिता को लेकर किच्छा पहुंची। जहां उन्होंने पूछा कि वह अपनी मां से किस जगह मिले। तो बच्चे सही जगह नही बता पाए। उनकी जगह उनका पिता ही सभी लोकेशन बता रहा था। इससे पुलिस का शक और भी गहरा हो गया। इसके बाद पुलिस ने बच्चों के पिता मुकेश शर्मा की कॉल डिटेल निकाली। इससे पहले बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराने के दौरान पिता ने पुलिस को बयान दिया था कि वह बच्चों को ट्रेन से बैठाने के बाद खुद वापस तिलहर लौट गया था। मगर जब पुलिस ने कॉल डिटेल निकाली तो पता चला कि जिस रात बच्चों को जहर दिया गया था। उस रात मुकेश भी बरेली मे ही था। उसकी लोकेशन सेटेलाइट की दिखाई दे रही थी। उधर पुलिस ने जब उनकी मां रितिका शर्मा की लोकेशन निकलवाई तो पता चला कि जिस जगह बच्चे उससे मिलना बता रहे थे रितिका की लोकेशन उससे 20 किलोमीटर दूर थी। इन सभी तथ्यों के आधार पुलिस ने मुकेश को गिरफ्तार किया और कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने सभी बातें उगल दी। बच्चों ने बताया कि पिता ने जबरन जहर खाने पर मजबूर किया और उन्हें मां और चाचा के खिलाफ आरोप लगाने के लिए कहा। डर के मारे उन्होंने मिठाई थोड़ी-थोड़ी खाई थी। जिससे उन पर जहर का असर कम हुआ और वह सिर्फ बेहोश हुए थे। मुकेश ने बताया कि पत्नी जब उसके चचेरे भाई के साथ रहने लगी थी। उसने समझाया भी लेकिन वह नहीं मानी और मकान भी पत्नी के ही नाम था। जिसके बाद उसने पत्नी और चचेरे भाई से बदला लेने और मुकदमे में फंसाने के बाद मकान हड़पने के लिए साजिश रची थी।।
बरेली से कपिल यादव