बरेली। जिले मे कोरोना वायरस का कहर जारी है। ऐसे में सरकार ने लोगों के लिए कुछ नियम बना रखे हैं जिससे संक्रमण न फैले। जैसे मास्क लगाकर बाहर निकलना, शारीरिक दूरी का ख्याल रखना और सड़क पर नहीं थूकना इत्यादि। इन नियमों की अवहेलना करने वालों की खैर नहीं है। इन नियमों मैं सड़क पर थूकने वालो वालों पर पुलिस रहम दिखा रही है लेकिन मास्क न लगाने वालों का चालान कर रही है। कोरोना प्रॉटोकॉल का उल्लंघन कर संडक पर थूकने और गुटखे की पीक मारने वालों को पूरी तरह से नजर अंदाज किए हुए है। यहीं वजह है कि जनवरी से अब तक पुलिस ने थूकने वाले किसी एक भी व्यक्ति पर कार्रवाई नही की है। जबकि जिले में मिलने वाले संक्रमितों के आकड़ों पर नजर डाली जाए। तो हर तीसरा व्यक्ति कोरोना संक्रमित है। बावजूद इसके पुलिस इतनी बड़ी लापरवाही बरत रही है। कोरोना संक्रमण की चेन तोडने के लिए मास्क, शारीरिक दूरी, सेनिटाइजर का इस्तेमाल न करने वालों के साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर भी कार्रवाई का निर्देश है। बीते साल थूकने पर सौ रुपए का जुर्माना वसूल किया जाना था। जो बढ़कर अब पांच सौ रुपए कर दिया गया है। क्योंकि सार्वजनिक स्थान पर थूकने से कोरोना संक्रमण के फैलाव का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। बीते साल इसको लेकर पुलिस और नगर निगम की टीमों ने सतर्कता दिखाई थी। पुलिस ने सार्वजनिक थानों पर थूकने और गुटखे के पीक मारने वालों से लाखों रुपए जुर्मना वसूल किया था। पुलिस की सख्ती और जिला प्रशासन की सूजबूझ से जिले मे कोरोना संक्रमण को काफी हद तक मात देने मे शहरवासी कामयाब भी रहे थे। इसको लेकर ज्यादा लापरवाही बरतने पर कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने इस साल सारे रिकार्ड तोड़ दिए। संक्रमण की दूसरी लहर की वजह से एक बार फिर से लोग अपने-अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। बढ़ते संक्रमण की वजह से जिला प्रशासन और स्वास्थय विभाग काफी चिंतित है। जिले में संक्रमित मिलने वालों की संख्या सारे आकड़े तोड़कर लोगों अपनी चपेट में ले रहा है। इस बार कोरोना की दूसरी लहर तेजी से संक्रमितों की जिंदगियां भी निगल रही है। ऐसे में सर्वजनिक स्थानों पर थूकना और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। बावजूद इसके पुलिस इसको लेकर बड़ी लापरवाही बरत रही है। जिले वासियों को लिए और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।।
बरेली से कपिल यादव