*गुटखा बेचना कानूनन अपराध ,जुर्माना और सजा का प्रावधान परंतु धड़ल्ले से बेचा जा रहा है गुटखा
*गुटका व्यवसाय में शामिल है कई सफेदपोश
बिहार /मझौलिया- खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत प्रतिबंधित गुटखा इन दिनों पान की दुकानों पर धड़ल्ले से बिक रहा है।प्रखंड के तमाम छोटे बड़े हाट बाजारों में संचालित पान दुकानों पर खुलेआम टांग कर मौत के जहर को बेचा जा रहा है । गौरतलब हो कि बिहार सरकार ने शराब के साथ साथ गुटखा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है । इसमें जुर्माना और सजा का प्रावधान है । इसके बावजूद मौत के इस जहर को बेखौफ बेचा जा रहा है । सूत्रों का कहना है कि ट्रेन , बस , और अन्य वाहनों से इसके कारोबारी लाते है और दुकानों पर पहुँचाते है । जानकारों का कहना है कि इस कारोबार में कुछ सफेदपोशों का संगठित नेटवर्क है जो मानव के लिए जहर साबित होने वाला मौत के सामान को उपलब्ध करा रहा है । रंगबिरंगे रैपड में इस मौत के जहर को सेवन करने वालो में युवा वर्ग सबसे आगे है । युवा वर्ग को पान दुकान पर बाइक रोककर इस जहर की पुड़िया को खाते आसानी से देखा जा सकते है । समय समय पर प्रशासन अपना डंडा चलाती तो अवश्य है लेकिन इसका खामियाजा खाने वाले को भुगतना पड़ता है । क्यों कि बेचने वाले इसका दाम बढ़ा देते है । वैसे तो खाने वाले तो हर मौसम में इसका सेवन करते है लेकिन
जाड़े के दिनों में इसकी मांग विशेष रूप से बढ़ जाती है ।प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर एस टी नवी ने स्पष्ट रूप से बताया कि गुटखा कैंसर का दूसरा रूप है। इसका सेवन करने वाले व्यक्ति को कैंसर तो होता ही है यह मानव को नपुंसक भी बनाता है।दिन रात सेवन करने वालों व्यक्ति को मुंह खोलने में कठिनाई होती है तथा पाचन क्रिया खत्म हो जाती है और मुंह के कुछ हिस्सों को काटना भी पड़ता है।
डॉक्टर एस टी नवी ने जोरदार शब्दों में चेताया कि गुटखा जहर है इससे हर कीमत पर बचना चाहिए।
– मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट