हल्द्वानी, बरेली। जनपद के थाना इज्जतनगर क्षेत्र के चांवड़ा मुड़िया से कार सवार कैंची धाम यात्रा को निकले थे। इन सभी को कार भवाली मे गुरुवार सुबह हुए दर्दनाक सड़क हादसे का कारण स्कॉर्पियो के पिछले पहिए के नीचे बड़े पत्थर का आना रहा। जिस कारण स्पीड में गाड़ी अनियंत्रित हो गई और शिप्रा नदी में समा गई। हादसे में मां-बेटी समेत तीन की मौत हो गई। जबकि छह लोग घायल हो गए। घायल राहुल रोते हुए बोले कि वह पिछले छह महीने से दर्शन की योजना बना रहे थे और उसी दिन उनकी जिद पर पूरा परिवार यात्रा पर निकला था। उसकी जिद ने तीन लोगों की जिंदगी का यह आखिरी सफर बना दिया। थाना क्षेत्र के चावड़ मुड़िया निवासी राहुल के बड़े भाई ओमेंद्र ने बताया कि राहुल गांव में ही किराने की दुकान संचालित करते हैं। उनकी पत्नी वृजेश कुमारी घर में छोटी-मोटी सिलाई करती है। उनका एक सात साल का बेटा ऋषि है। लंबे समय से परिवार के लोग कैची धाम दर्शन करने की योजना बना रहे थे। गुरुवार को यहां से जाने की बात तय हुई तो राहुल ने अपनी बहन-बहनोई ज्योति और करन को भी बुला लिया। करन अहमदाबाद मे एयरफोर्स मे एयरमैन के पद पर तैनात है। छुट्टी लेकर यह बुधवार को घर पर आ गए। इसी बीच राहुल ने अपनी साली नैसी को भी बुलाया। सभी के आने के बाद राहुल ने अपने बड़े भाई ओमेंद्र से भी उनके बेटे अक्षय को साथ भेजने की बात कही। गुरुवार सुबह राहुल, उनकी पत्नी बृजेश कुमारी, मां गंगा देवी, साली नैसी, राहुल का बेटा ऋषि, बहन स्वाति, उनका भतीजा अक्षय, बहन ज्योति और उनके पति करन अपनी स्कार्पियो कार से सुबह करीब साढ़े छह बजे घर से निकले थे। कार राहुल के बहनोई करन चला रहे थे। पहाड़ पर अचानक से उन्होने कार से नियंत्रण खोया तो कार खाई मे जा गिरी। घटना के बाद उत्तराखंड पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन कुछ लोगों की तबीयत ज्यादा खराब होने से उन्हें रेफर किया गया। चावड मुड़िया अहमदनगर निवासी राहुल ने बताया कि जिन लोगों की मौत हुई उसमें उनकी मां गंगा देवी, पत्नी बृजेश और साली नैसी थी। किसी को कुछ समझ नही आया कि क्या हुआ। जब तेजी से खाई मे गिरती स्कॉपियों की आवाज शांत हुई तो सभी ने खुद को नदी किनारे पड़ा पाया।।
बरेली से कपिल यादव
