रुद्रप्रयाग- उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले के दूरस्थ गांव रांसी गौडार में एक दुखद घटना घटी. यहां 22 वर्षीय युवती प्रीति घास काटने के लिए पहाड़ी क्षेत्र में गई थी. जब वह घास काट रही थी, तभी अचानक उसका पांव फिसल गया और वह पहाड़ी से गिर गई. गिरने से उसकी स्थिति बहुत गंभीर हो गई. युवती की स्थिति नाजुक होने के कारण गांव वालों ने जिला प्रशासन से मदद की अपील की.जिला प्रशासन ने तुरंत इस मामले को गंभीरता से लिया और रूद्रप्रयाग जिला आपदा प्रबंधन टीम के द्वारा एम्स ऋषिकेश से हेलिकॉप्टर मंगवाया. आनन-फानन में आपदा प्रबंधन टीम ने घायल युवती को हेलिकॉप्टर द्वारा ऋषिकेश स्थित एम्स अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज शुरू किया गया.
पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि प्रीति की हालत बहुत गंभीर थी. वह चट्टानों से गिर गई थी. पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण इस तरह के हादसों के दौरान समय पर मदद मिल पाना मुश्किल हो जाता है. रांसी गौडार जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की भारी कमी है. मामूली बुखार और सिर दर्द जैसी समस्याओं के लिए भी 100 किमी दूर उखीमठ या अन्य स्थानों पर जाना पड़ता है, जिससे समय और धन की बर्बादी होती है.
इस घटना से यह साबित हो रहा है कि पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव आज भी एक बड़ी समस्या बना हुआ है. सरकार की तरफ से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की बात की जाती है, लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति अभी भी चिंताजनक है.
सही समय पर हो पाया इलाज
पूर्व जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा ने कहा कि इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि रूद्रप्रयाग जैसे पहाड़ी जिलों में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है. हालांकि, जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम ने तत्परता से काम करते हुए पीड़िता को सही समय पर इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा, लेकिन यह घटना यह दर्शाती है कि पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति अभी भी बहुत कमजोर है.
सरकार को इस दिशा में अधिक कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि पहाड़ी क्षेत्रों के लोग अपनी बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दूर-दराज न जाएं और समय पर इलाज मिल सके.