बरेली- मानसून की पहली ही वारिश ने नगर निगम की पोल खोल कर रख दी।निगम के अधिकारियों के नाली ,नालो और सीवर के सफाई के सभी दावे हवा हवाई होते उस समय दिखे जब जरा सी बरसात से ही सडकों पर पानी आ गया।हालात ऐसे हो गए की सडक पर खुदे गढ्ढे हादसों को दावत देने लगे।
नाथ नगरी काॅरीडोर के तहत आने बाले सातों नाथों में पशुपतिनाथ मंदिर मे हर तरफ पानी ही पानी नजर आने लगा।आस पास के निवासियों ने बताया कि इसकी शिकायत कई बार क्षेत्रीय पार्षद और निगम के अधिकारियों से कर चुके है लेकिन आजतक आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला।सफाई कर्मी कभी कभार आते है और खाना पूरी करके चले जाते है।नाथ नगरी काॅरीडोर बनने से शायद यहां की समस्या का समाधान हो।जब से काॅरीडोर बनने की बात सामने आई है तब से सैकड़ो अधिकारी यहां का भ्रमण कर चुके है उनको यहां की पूरी जानकारी है चाहे नगर निगम हो या बरेली विकास प्राधिकरण किसी ने अब तक कोई सुधार नहीं किया।मंदिर आने बाले भक्तो को इसी गंदे पानी से गुजर कर भगवान के दर्शन को जाना पड़ता है।