बरेली। कोरोना संक्रमण के चलते सभी स्कूल 15 मई तक के लिए बंद कर दिया गए है। इसके बाद से शिक्षकों, शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को प्रशासकीय कार्य और ई-पाठशाला के लिए बुलाया जा रहा था। लेकिन सोमवार को शासन ने शिक्षकों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति दे दी है। अब वह घर से ही प्रशासकीय और ई-पाठशाला का कार्य कर सकेंगे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद जिले के कई शिक्षक बीमार थे। कुछ पॉजिटिव भी आ चुके थे। ऐसे में शिक्षक संगठनों की ओर से लगातार शिक्षकों को घर से कार्य करने की अनुमति मांग रहे थे। सोमवार की शाम को बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल की ओर से जारी पत्र में कहा गया कि अब तक स्कूल आकर कार्य कर रहे सभी शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र अब घर से कार्य कर सकते हैं। घर से कार्य करने के दौरान शिक्षकों को प्रति सप्ताह अपने द्वारा किये गए कार्यो की रिपोर्ट भी देनी होगी। शिक्षकों व शिक्षामित्रों ने इस फैसले का स्वागत करते हुए खुशी जताई है। वहीं एक शिक्षक ने बताया कि पंचायत चुनाव ड्यूटी के बाद जिले के कई शिक्षक बीमार हैं। बताया कि तकरीबन 40 से 50 शिक्षक कोरोना संक्रमित भी हो चुके है। प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने बताया कि पंचायत चुनाव मे कई शिक्षामित्रों का स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था। जिसमें कुछ लोग कोरोना पॉजिटिव भी आए है। मंगलवार को जिले के बीएसए विनय कुमार द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कोई भी शिक्षक, शिक्षामित्र अनुदेशक बिना लिखित अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे और अपने फोन को हमेशा ऑन रखेंगे। व्हाट्सएप ग्रुप पर दिए जाने वाले निर्देशों का पालन करेंगे। कोरोना संक्रमण के बढ़ने के चलते बीएसए विनय कुमार ने अपने स्टाफ को भी घर से कार्य करने को कहा है। रोस्टर जारी करते हुए आधे आधे कर्मचारियों को ऑफिस आने का दिन तय किया गया है। जो कर्मचारी घर रहेंगे वह वहीं से कार्य करेंगे।।
बरेली से कपिल यादव