बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। थाना क्षेत्र के गांव खिरका जगतपुर मे नैमिष पीठाधीश्वर आचार्य अवध किशोर शास्त्री ने बताया कि भक्तों के भी भक्त, दानवीर और नित्य यज्ञ करने वाले जीव परमेश्वर को सबसे प्रिय होते है। आचार्य श्री विकास क्षेत्र के ग्राम खिरका जगतपुर में मूलचंद गंगवार और दीनानाथ गंगवार के निवास स्थान पर आयोजित साप्ताहिक संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन भक्ति, ज्ञान, वैराग्य और परमानंद की अमृतमयी रसवर्षा कर रहे थे। आचार्य श्री अवध किशोर ने समझाया कि गृहस्थ आश्रम अन्य तीनों आश्रमों- ब्रह्मचर्य, बाणप्रस्थ और संन्यास से श्रेष्ठ है क्योंकि गृहस्थ अपने पारिवारिक-सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करने के साथ ही ज्ञान, वैराग्य और सर्वस्व समर्पण भाव से अतिथियों का सेवा-सत्कार और परमेश्वर का ध्यान, भक्ति भी कर सकता है।।
बरेली से कपिल यादव