पौड़ी गढ़वाल/मंजकोट – सतपुली के निकट लैन्सडाउन तहसील के मंजकोट गांव बहुत पहले से एक बलात्कारी बाबा के कारण सुर्खियों में आया था।बताया जाता है कि बाबा ने अपने ही चाचा ताऊ के लड़के को एससी-एसटी एक्ट के केस में झूठा फंसा दिया था और अपनी ही दिव्यांग भतीजी को अपने चेलो से धमकाना शुरू कर दिया था अपने ही गाँव के एक युवा को अपने चेलो से पिटवा दिया था।
इस मामले को स्थानीय पत्रकार इंद्रजीत असवाल ने प्रमुखता से उठाया था। ये मामला लैन्सडाउन तहसील में गया था परंतु प्रशासन ने बाबा का ही साथ दिया गांव वालों का नही। 9 जुलाई 2020 को फिर प्रशासन की टीम मन्जकोट गांव पहुची।
जानकारी के अनुसार अचानक पत्रकार इंद्रजीत भी वही पहुच गया इंद्रजीत चुप था पर जब इस टीम ने गांव के भोले भाले लोगो को डराने का प्रयास किया तो पत्रकार ने इनकी वीडियो बनने के लिए अपना फोन उठाया तभी एक बिगडैल कानून गो ने पत्रकार को जान से मारने की धमकी दे दी व अपने गार्डों के द्वारा पत्रकार को उस जगह से कई दूर तक धक्के मार के ले जाया गया ।पत्रकार द्वारा जिला अधिकारी व उप जिलाधिकारी को फोन किया गया परन्तु उनके द्वारा फोन रिसीव नही किया गया।आज इस मामले की पत्रकार ने लिखित शिकायत उच्च अधिकारियों से की है।धमकी की इस घटना से पत्रकारों में रोष फैल गया है।पत्रकारों ने घटना की निंदा की है।यदि उच्च अधिकारियों ने घटना का संज्ञान नहीं लिया तो पत्रकार आंदोलन के लिए वाध्य होंगे पत्रकारों के संगठन जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया ने भी घटना का संज्ञान लेकर कार्यवाही की मांग की है ।