पढ़ें बनारस बढ़े बनारस कार्यक्रम के तहत प्राथमिक विद्यालय में कमिश्नर एवं डीएम ने बच्चों संग की पढ़ाई

*कमिश्नर टांट पट्टी पर, तो डीएम बेंच पर बैठ बच्चों के साथ जुगलबंदी करते की जमकर पढ़ाई

*बच्चों एवं युवाओं में पढ़ने की आदत पुनः जागृत करने के उद्देश्य से कार्यक्रम काफी प्रभावी हैं- कमिश्नर

*बच्चों में जब पढ़ने की आदत पड़ेगी, तो सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव से भी वे बचेंगे

*बच्चों एवं युवाओं को पढ़ाई के प्रति जागृत करने का अभिनव प्रयास है -जिलाधिकारी

*प्रत्येक माह विद्यालय में आयोजित होंगे यह कार्यक्रम- कौशल राज शर्मा

वाराणसी – उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मंशा के अनुरूप मंगलवार को छात्र-छात्राओं संग अधिकारियों ने पढ़ने की आदत को पुनः जागृत करने के उद्देश्य से आयोजित “पढ़े बनारस बढ़े बनारस” कार्यक्रम में जमकर पढ़ाई की। आज दोपहर तक लगभग पौन घंटे तक जनपद के सभी विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयो, माध्यमिक एवं प्राथमिक विद्यालयो में आयोजित कार्यक्रम में बच्चों से अधिकारियों, प्रोफेसरों एवं अध्यापकों ने अपने-अपने रूचि के किताबों की पढ़ाई की।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुलगी के साथ अर्दली बाजार स्थित प्राथमिक विद्यालय एवं घोंसाबाद स्थित प्राथमिक विद्यालय में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बच्चों के साथ पढ़ाई की। इस दौरान बच्चे भी अपने बीच कमिश्नर और डीएम जैसे वरिष्ठ अधिकारियों को पाकर पूरे मनोयोग से पढ़ाई करते रहे। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने अर्दली बाजार स्थित प्राथमिक विद्यालय में टाट पट्टी पर तथा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा स्कूल के बेंच पर बैठकर बच्चों के साथ पढ़ाई की।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि मोबाइल एवं सोशल मीडिया के इस दौर में बच्चों एवं लोगों में पढ़ने की आदत धीरे-धीरे जो क्षीण हो रही है, उसे पुनः जागृत करने के उद्देश्य से लोगों में पढ़ने की आदत के लिए यह कार्यक्रम बहुत ही महत्वाकांक्षी है। प्रायः देखने को मिलता है कि छोटे-छोटे बच्चे भी हाथों में मोबाइल चलाते रहते हैं। जब बच्चों में किताबों को पढ़ने के प्रति लालसा जागृत किया जाएगा, तो वे किताबों और पढ़ाई से जुड़ेंगे और सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव से भी उन्हें बचाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक माह इस प्रकार का आयोजन किया जाएगा और शीघ्र ही इसे मंडल के अन्य जनपदों में प्रभावी तरीके से लागू किया जाएगा। जिन विद्यालयों में नहीं होगी वहां लाइब्रेरी भी स्थापित कराया जाएगा।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कहां की निश्चित रूप से “पढ़े बनारस बड़े बनारस” कार्यक्रम बच्चे एवं युवाओं को पढ़ाई के प्रति जागृत करने का अभिनव प्रयास है। इसे प्रत्येक माह विद्यालयों में आयोजित कराया जाएगा। जिसमें अधिकारियों साथ-साथ अध्यापकों आदि की भी उपस्थिति सुनिश्चित कराया जाएगा। ताकि बच्चों में पढ़ने के प्रति आकर्षण पैदा हो और कार्यक्रम अपने उद्देश्य में सफल हो।

रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय

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