बरेली। पंचायत चुनाव की तैयारी शुरु होने के बाद एडीजी ने जोन के सभी पुलिस कप्तानों को निर्देशित किया है कि पंचायत चुनाव से जुड़े पुराने विवाद के साथ ही गांव में हाल में ही हुए विवाद के मामलों में पुलिस वर्कआउट करें। यदि पुराने मामले लंबित हैं, अपराधियों पर कार्रवाई नहीं हुई है। तो ऐसे लोगों पर कार्रवाई करें। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। छोटी से छोटी समस्याओं का तुरंत समाधान किया जा रहा है। ताकि चुनाव के दौरान किसी भी तरह का कोई बवाल न हो। लेकिन लंबे समय से देहात के थानों में जमे सिपाही-दरोगा चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। इसको लेकर ग्रामीणों क्षेत्रों में तरह-तरह की आशंकाएं जताई जा रही है। पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने के लिए पुलिस ने अब तक पूरी तरह से सुरक्षा का खाका तैयार कर लिया है। अपराधी, दबंग और गांव के असरदार लोगों पर भी पुलिस नजर रख रही है। चुनाव की तैयारी में जुटी पुलिस इस ओर ध्यान देना भूल गई है कि गांव के थानों में लंबे समय से जमे पुलिसकर्मी चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। यही नहीं अगर पुलिसकर्मी कुछ नहीं भी करते हैं तो भी उन पर पक्षपात का आरोप लगता रहा है। जिसको लेकर मौका मिलते ही दूसरे दावेदार विरोध और बवाल करने से भी बाज नहीं आते हैं। ऐसे में अगर पुलिस कर्मियों को लेकर ही बवाल होता है तो पुलिस और प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठना लाज़मी है। बीते दिनों तीन से चार पुलिसकर्मियों की अलग-अलग स्थानों से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत मिली थी कि वह थानों में लंबे समय से जमे हुए हैं और क्षेत्र में पक्षपात करते हैं। देहात क्षेत्र के कई थानों में ऐसे भी पुलिसकर्मी हैं जो शराब के शौकीन है। शाम ढलते ही वह शराब के नशे में टल्ली हो जाते हैं। ऐसे में इन पुलिसकर्मियों का दावेदार बहुत ही आसानी से फायदा उठा सकते हैं। मुर्गा शराब पार्टी के बाद दावेदार उन्हें शराब के नशे में दूसरे दावेदार और उसके समर्थकों के खिलाफ भड़काकर कुछ ऐसा काम करवा सकते हैं जिससे शांति व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो जाए। ऐसे में शराब पीने वाले पुलिसकर्मियों को खुद तो सतर्क रहना ही है साथ ही उनके प्रभारी को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि पुलिसकर्मी कहां ड्यूटी कर रहे हैं और नशे में है या नहीं। थाना प्रभारी ऐसे पुलिसकर्मियों पर नजर रखे या ना रखे लेकिन खुफिया तंत्र ऐसे पुलिसकर्मियों पर बखूबी नजर रखे हुए है और उनकी एक सूची तैयार कर रहा है। जो उच्च अधिकारियों तक भेजी जाएगी। पक्षपात और दावेदारों के साथ दारू पार्टी उड़ाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के दिशा निर्देश हैं।।
बरेली से कपिल यादव