बरेली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आरक्षण की अंतिम सूची तैयार करने में जिला प्रशासन जुटा हुआ है। 16 ब्लॉकों की सभी ग्राम पंचायतों का आरक्षण तैयार किया जा रहा है। इस कार्य को बीडीओ और एडीओ पंचायत कर रहे हैं और इसका दो मार्च को प्रकाशन होना है। आरक्षण को लेकर पंचायती राज विभाग से लेकर जिला प्रशासन के अफसर आरक्षण को फाइनल करने में जुटे रहे। सत्तापक्षीय व विपक्षीय नेता अपने अपने क्षेत्र के आरक्षण की जानकारी लेते रहे। कई जनप्रतिनिधि ने प्रशासनिक अफसरों के पास फोन भी किया। प्रशासन की कमेटी द्वारा पंचायत चुनाव का जिला स्तरीय आरक्षण लागू होने से कईयो के अरमानों पर पानी फिर जाएगा। पंचायत चुनाव को लेकर शासन से लेकर प्रशासन स्तर से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख पद के लिए पहले ही शासन से आरक्षण लागू कर दिया गया है। वहीं ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के लिए जिला स्तर पर प्रशासन की कमेटी आरक्षण तय करेगी। जिसकी अधिसूचना मंगलवार को जारी की जानी है। जिसको लेकर डीएम नितीश कुमार, एडीएम प्रशासन वीके सिंह सहित तमाम अफसर आरक्षण की सूची फाइनल करने में लगे रहे। बताया गया कि यह सभी कार्य शासन के दिशा निर्देश पर किया जा रहा है। शासन की गाइडलाइन के अनुसार ही सभी ग्राम पंचायतों पर आरक्षण बनेगा और इसका दो मार्च को अनंतिम प्रकाशन किया जाना है। गांव की सरकार बनाने के लिए प्रत्याशियों में चल रही हलचल भी तेज हो गई है। बता दें कि जिस वार्ड में प्रत्याशी कई महीने से चुनाव मेंं जीत हासिल करने के लिए चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। यदि किसी वार्ड में आरक्षित वर्ग का प्रत्याशी चुनाव लडऩे को तैयार है। उस वार्ड में सीट आरक्षित न रहने पर प्रत्याशी के अरमानों पर पानी फिर सकता है। जिसको लेकर प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गई हैं। भाजपा व सपा के समर्थित प्रत्याशियों से ज्यादा बैचेनी क्षेत्रीय नेताओ में देखने को मिल रही थी। आरक्षण प्रकिया जानने के लिए पंचायती राज विभाग के कर्मचारियों से लेकर प्रशासनिक अफसरों से संपर्क साधने में व्यस्त थे। कल जारी होने वाली आरक्षण सूची से कईयों के चुनाव लडने के अरमानों पर पानी फिरने की उम्मीद है। पंचायत चुनाव में भाजपा और सपा ने सिंबल नहीं दिया है। समर्थित प्रत्याशियों को चुनाव लड़वाने की तैयारी की जा रही है। समर्थित प्रत्याशियों के लिए नेताओं ने प्रचार प्रसार भी शुरू कर दिया है। नेता अपने प्रत्याशियों को जिताने केलिए रात दिन एक किए हुए हैं। ये नेता वार्डो का आरक्षण जानने की कोशिशों में लगे रहे। किस वार्ड में कौन सी सीट आरक्षित हुई है इस बात की जानकारी लेने के लिए नेता अफसरों के पास फोन करते रहे। उनको भय है कि आरक्षण बदले जाने के बाद प्रत्याशी के अरमानों पर कहीं पानी न फिर जाए। जिसको लेकर नेता व प्रत्याशियों में संशय बरकरार था। फिलहाल मंगलवार की शाम तक प्रशासन की तरफ से स्थिति साफ हो जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव