बरेली। थाना फतेहगंज पश्चिमी के तीनों साइबर ठगों का नाइजीरियन गैंग के जरिये राजस्थान और उत्तराखंड के लोगों के खातों में भी लेनदेन कर रहा है। बरामद हुए दस्तावेज और पूछताछ के आधार पर इसकी पुष्टि हुई है। पुलिस के मुताबिक इन खातों मे एक बार मे एक लाख से लेकर ढाई लाख रुपये तक का लेनदेन किया जाता था। सोमवार को फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने गांव धंतिया के साजिद खां पुत्र शाकिर खां, मोईन खां पुत्र आमीन खां, मोहम्मद राशिद खां पुत्र इसराइल खां को गिरफ्तार किया था। मुकदमे मे पुलिस ने उनके तीन अन्य साथी धंतिया गांव के ही भूरा उर्फ अफसर अली पुत्र महबूब शाह, जाबिर पुत्र छोटे खां और राशिद खां पुत्र शाकिर खां भी नामजद किया जो फरार है। ये सभी दिल्ली मे रहने वाले नाइजीरियन ठग के लिए काम करते है। इनके कब्जे से पुलिस ने एक कार, तीन आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, चार बैंक स्टेटमेंट, एचडीएफसी व पीएनबी की दो पासबुक, तीन चेकबुक, पांच मेट्रो ट्रेन कार्ड, 11 एटीएम कार्ड, चार एटीएम कार्ड के पिन, एक लैपटॉप, एक डाटा कार्ड, आठ मोबाइल और 18 हजार रुपये बरामद किए। इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार ने बताया कि बरामद हुए बैंकों के दस्तावेज बरेली के अलावा रामपुर, मुरादाबाद, उत्तराखंड मे नैनीताल व हरिद्वार और राजस्थान के जयपुर जिले के है। इन बैंक खातों की डिटेल मे सामने आया है कि एक बार मे प्रत्येक खाते मे एक लाख रुपये से लेकर ढाई लाख तक का लेनदेन किया गया है। जब वह रकम निकाल ली गई तो उसके बाद फिर रकम आ जाती थी। ये बैंक खाते सरकारी बैंकों के अलावा निजी बैंकों के भी हैं। एटीएम कार्ड भी 40 हजार से लेकर 70 हजार रुपये की लिमिट तक के है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक लैपटॉप भी बरामद किया है। रकम को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर करने का काम इसी के जरिये होता था। इस लैपटॉप में पुलिस को करोड़ों रुपये के लेनदेन का डाटा मिला है। इसकी भी जांच कराई जा रही है। जिसके बाद कुछ अन्य गुर्गों के नाम भी सामने आने तय है।।
बरेली से कपिल यादव