बरेली। मां भगवती की आराधना का नौ दिवसीय महापर्व वासंतिक नवरात्र (चैत्र नवरात्र) रविवार से आरंभ हो रहे हैं। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होने वाले वासंतिक नवरात्र के साथ ही भारतीय नव वर्ष का शुभारंभ हो जाएगा। इस बार प्रतिपदा तिथि यानी नवरात्र के प्रथम दिवस पर सर्वार्थ सिद्धि समेत कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है जो बहुत शुभकारी माना जा रहा है। नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की आराधना के लिए मंदिरों के कपाट भोर से ही दर्शन पूजन के लिए खुल जाएंगे। ऐसी मान्यता है कि माता शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करने से मान-सम्मान में वृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्त होती है। माता के मंदिर सज धजकर तैयार हो गए हैं, वहीं घरों में कलश स्थापना की तैयारियां भी जोरों पर हैं। बाजारों में सजी दुकानों पर पूजन सामग्री के साथ मां के शृंगार की सामग्री और चुनरी आदि की भी खरीदारी को लेकर दिन भर भीड़ जुटी रही। वहीं मंदिरों में नवरात्र को लेकर फूलों व बिजली की झालरों से मंदिरों को सजाया गया। शहर के सभी मंदिरों पर देर शाम तक सभी तैयारियां हो गयी। इस बार आठ दिनों तक मंदिरों में विशेष आयोजन होंगे। इस बार नवरात्र पर दुर्लभ सर्वार्थ सिद्धि और ऐंद्र योग बन रहा है। मां दुर्गा भक्तों के घर पधारेंगी। पूजन का शुभ मुहूर्त सुबह 7.35 और 9.35 बजे से शुरू होगा। शहर के कालीबाड़ी स्थित मां काली मंदिर, डीडीपुरम व साहूकारा स्थित नवदुर्गा शक्ति मंदिर, बदायूं रोड स्थित चौरासी घंटा मंदिर, नरियावल के शीतला माता मंदिर, नेकपुर के ललिता देवी मंदिर, मनोकामना वैष्णों देवी धाम मंदिर आदि माता के मंदिरों में विशेष तैयारी की गई। सुबह से ही शहर प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालु पहुंचने लगेंगे। मंदिर कमेटी ने श्रद्धालुओं को परेशानी न हो, इसकी व्यवस्था की है। साहूकारा मंदिर के पुजारी योगी रविंद्र नाथ ने बताया, नवरात्र के मौके पर श्रद्धालुओं की भीड़ जुटेगी। इसलिए अतिरिक्त सेवादार लगाए गए हैं। पंडित बृजेश गौड़ के अनुसार मंदिरों में सुबह 7.35 और घरों में 9.35 बजे पूजन शुरू किया जाएगा। नवरात्र के आते ही पूजन सामग्री की दुकानें भी सज गई। इस बार मां दुर्गा को जरी की चुनरी चढ़ाई जाएगी। दुकानों पर 50 से 1000 रुपये तक चुनरी मिल रही हैं। महंगाई की मार भी पूजन सामग्री पर पड़ी है। दो रुपये की मिलने वाली कपूर की टिकियां के दाम भी दो गुने हो गए। 20-25 रुपये में मिलने वाला नारियल भी 40-50 रुपये का मिल रहा है। इसके अलावा माता की चुनरी से लेकर पूजा के लिए रोली, मौली, सुपारी, लौंग, इलायची, धूप, अगरबत्ती, कपूर, नारियल, जौ, मिट्टी, कसौरा, देसी घी, माचिस, शहद, पंचमेवा, अखंड जोत की बत्ती, इत्र, मिश्री दाना की अच्छी डिमांड रही। सबसे अधिक भीड़ पूजा का सामान लेने वालों की ही बाजार में रही। इस बार आठ दिन तक जप-तप करने की तैयारी कर रहे, देवी भक्तों को महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। मुस्लिम धर्म का पवित्र माह रमजान चल रहा है। ईद भी नजदीक है। रविवार से शुरु हो रहे आठ दिन के नवरात्र से पहले शनिवार को फल, सब्जियों से लेकर खाने-पीने की चीजों के दाम में बढ़ोत्तरी देखने को मिली।
बरेली से कपिल यादव