वाराणसी । अपने एक दिवसीय दौरे पर काशी पहुंचे देश के प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेन्द्र मोदी ने डीरेका इंटर कॉलेज ग्राउंड से वाराणसी की जनता को कोटि-कोटि प्रणाम कहा है। पीएम दरअसल काशीवासियों के उस आवभगत को लेकर गदगद थे जिसमें बनारस में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों का स्वागत किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ”बनारस के लोगों को मैं लाख-लाख धन्यवाद और उनका अभिनंदन करना चाहता हूं। बनारस ने आज कमाल कर दिया। जिस प्रकार से आज बनारस ने फ्रांस के राष्ट्रपति का सम्मान और स्वागत किया, फ्रांस के घर-घर में लोग जरूर पूछेंगे कि बनारस कहां है, जहां हमारे राष्ट्रपति का इतना स्वागत और सम्मान हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अगर हमने आज गाड़ी तेज नहीं चलायी होती तो शायद हम इस वक्त भी बनारस की सड़कों पर कार में बैठकर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे होते। उन्होंने आगे कहा, ”गंगा के सभी घाट, रास्ते की एक एक इंच भूमि पर जुटकर बनारस के लोगों ने आशीर्वाद और प्यार दिया है। इस प्यार ने फ्रांस और भारत के रिश्ते को प्रेम से भिंगा दिया है। इसके लिए बनारसवालों का जितना धन्यवाद करूं कम है।
प्रधानमंत्री ने बनारसियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें स्वच्छता को प्राथमिकता देना होगा। बनारस के पास सबकुछ है। हमारे पूर्वजों ने हमारे शहर के लिए सबकुछ कर दिया है। इस शहर का जितना नाम पूरी दुनिया में है वो हमारे पूर्वजों के प्रताप का नतीजा है। मगर हमें भी कुछ करना है। ज्यादा नहीं सिर्फ हमें अपने बनारस को साफ और स्वच्छ रखना है। अगर हम ये एक कार्य कर लेते हैं तो पूरी दुनिया हमारे शहर में हम से सीखने आयेगी।
प्रधानमंत्री ने मिर्जापुर दौरे का जिक्र करते हुए कहा, ”आज मुझे मां विंध्यवासिनी के चरणों में जाने का सौभाग्य मिला। पूरी दुनिया में सौर ऊर्जा अभियान चलाने की दिशा में फ्रांस और भारत मिलकर बड़ा काम कर रहे हैं। कल दिल्ली में दुनिया के कई देशों के नेता जुटे थे। हमने सूर्य शक्ति से दुनिया को चलाने का संकल्प लिया है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि मिर्जापुर में 75 हजार मेगावाट बिजली सौर ऊर्जा के जरिये शुरू करने का आज हमें सौभााग्य मिला है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, ”मैं चाहता हूं कि हर घर की छत पर सोलर पैनल लगें हों, सौर एनर्जी से ही हमारी जरूरत पूरी हो। क्लीन कुकिंग अभियान को लेकर हम चल रहे हैं। मैं युवाओं और आईआईटीएन्स से आह्वान करता हूं कि वो आगे आएं और ऐसी टेक्नॉलॉजी लेकर आएं जिससे हमारी माताओं-बहनों की सेवा हो सके। उन्हें क्लीन इनर्जी मिले, सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तकनीक विकसित करके ये कार्य हमारे युवा कर सकते हैं।”
प्रधानमंत्री ने मंडुआडीह-पटना जनशताब्दी एक्सप्रेस को लेकर कहा, ”आज मुझे काशी और पटना को जोड़ने के लिये एक नयी रेल सेवा शुरू करने का अवसर मिला। लंबे अर्स से बनारस और पटनावासियों की ये मांग थी। आज इसका शुभारंभ हुआ। सुबह 6 बजे गाड़ी मंडुआडही से चलेगी 10 बजे पटना पहुंच जायेगी। कम समय में पटना और काशी को जोडने के लिए आज से नई शुरूआत हुई है। मैं रेलमंत्री मनोज सिन्हा को इसके लिए विशेष तौर पर धन्यवाद दूंगा। आज काशी और पटनावासियों की बहुत पुरानी इच्छा पर अमल हुआ है।”
प्रधानमंत्री ने डीएलडब्लू को दूसरा घर बताया। उन्होंने कहा, ”डीएलडब्ल्यू मेरा दूसरा घर है, काशी की पहचान भले ही आध्यात्मिक है, दुनिया में हर-हर महादेव से इसकी पहचान होती है, लेकिन काशी की औद्योगिक पहचान डीएलडब्लू से होती है। डीएलडब्लू का आधुनिकीकरण के लिए हमारी सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। हम लगातार कोशिशें कर रहे हैं। आने वाले समय में डीरेका से नयी ऊर्जा का संचार होगा।
प्रधानमंत्री ने आज 8 सौ करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए कहा कि इनती बड़ी-बड़ी परियोजनाएं बनारस में होली की खुशियों को बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा, ”आज मुझे यहां गरीब परिवारों को आवास की चाभी देने का अवसर मिला। मैं उनसे पूछ रहा था, पहले कहां रहते थे, सब ने बताया कच्चे मकान में, कुछ ने कहा रोड किनारे, कुछ ने खुद को खानाबदोश बताया। इसके बाद मैंने पूछा कि क्या अब अपने बच्चों को पढ़ाएंगे, तो कई लोग शर्मा गये। मैंने उनसे कहा कि अब अच्छा घर मिल गया है तो बच्चों को अच्छी शिक्षा भी दीजिये।
प्रधानमंत्री ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि योगी जी हर योजना को मिशन मोड में लेकर चल रहे हैं। महिलाओं को आवास वितरण करने की योजना को योगी जी ने मिशन की तरह लिया और उसे अमलीजामा पहनाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में आठ लाख परिवारों को हम मकान देंगे। ये काम योगी जी के नेतृत्व में ही संभव होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें विकास करना है तो इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारना होगा। आज शिवपुर फुलवरिया फोर लेन की शुरुआत की गयी है। रेलवे आधुनिकिकरण का कार्य हम तेज गति से कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने बनारस में आयोजित कचरा महोत्सव की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हमें स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाना है। कबाड़ को भी जुगाड़ करके उपयोगी सामग्री बनायी जा सकती है। यहां मैंने देखा कि छोटे-छोटे बच्चों ने कबाड़ से बहुत बढ़िया-बढ़िया चीजें बनायी हैं। हमें स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाना है। कबाड़ को जुगड़ा कर के उपयोगी सामाग्री बनायी जा सकती है। ये बताता है कि एक ही चीज का कितना उपयोग हो सकता है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में स्वच्छता गीत की प्रशंसा करते हुए कहा कि म्यूजिकल पार्टी ने जो गीत तैयार किया था वो बेहतरीन था लेकिन इस गीत के लिए जिन इंस्ट्रुमेंट का इस्तेमाल किया गया वो अपने आप में अनोखे थे क्योंकि वो कबाड़ से बने हुए थे।
प्रधानमंत्री ने ये विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में बनारस में सीवर के जल का शोधन के बड़ी चुनौती है जिसके लिए केंद्र सरकार ने छह सौ करोड़ रुपये के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की दिशा में कदम आगे बढ़ाये हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमने काशी को तारों के जंजाल से मुक्ति दिलाने का अभियान छेड़ रखा है। बनारस में ये कार्य बहुत तेजी के साथ हो रहा है। हमें काशी को विकास की नयी ऊंचाइयों पर ले जाना है। पूर्वांचल में बहुत तेजी से काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आयुष्मान भारत योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसके लिए सरकार और बीमा कम्पनियां मिलकर कार्य कर रही हैं। हमारे यहां गरीब से गरीब परिवार के यहां कोई एक व्यक्ति भी बीमार हो जाये तो पूरा परिवार बीमार हो जाता है। परिवार की सारी योजनाएं और खुशियां तितर-बितर हो जाती है। गरीब अस्पताल नहीं जा पाता।
प्रधानमंत्री ने कहा, ”हमने योजना बनायी है कि देश में 10 करोड़ परिवार यानी 50 करोड़ नागरिकों को कोई बीमारी हुई तो एक साल में 5 लाख तक का खर्चा भारत सरकार और बीमा कम्पनी देगी। इससे गरीब परिवार अब अस्पताल जायेगा। उसे विश्वास होगा कि बीमारी से उपचार के लिए मोदी सरकार पैसा देगी। इतना ही नहीं छोटेछोटे कस्बों में अस्पताल खुलेंगे जिन्हें ये विश्वास होगा कि गरीबों की बीमारी का इलाज करेंगे तो सरकार पैसा देगी। आरोग्य क्षेत्र में नये रोजगार पैदा होंगे।
प्रधानमंत्री ने पीएपीएम योजना की चर्चा करते हुए कहा कि देश को स्वस्थ्य बनाने के लिए हमने पोषण मिशन की शुरुआत की है। 9 हजार करोड रुपये खर्च कर के बच्चों की तंदुरुस्ती के लिए आवश्यक पोषण और प्रशिक्षण खासकर माताओं की ट्रेनिंग कैसी हो, इसके लिये ये योजना हम लेकर आये हैं।
रिपोर्ट-:महेश कुमार राय वाराणसी