शाहजहांपुर – यूपी के शाहजहाँपुर में रामगंगा नदी के कटाव का दंश झेल रहे पीड़ित ग्रामीण गोलबंध होने लगे है। सरकार के उदासीन रवैये को लेकर ग्रामीणों में रोष है। लोगों का कहना है कि गंगा नदी के कटाव के कारण सैकड़ों एकड़ जमीन रेत जमीन में तब्दील हो गया है। इसके बावजूद कटाव को लेकर सरकार द्वारा अब तक कोई कारगर कदम नही उठाया गया। जिसको यहां सैकडों की संख्या में ग्रामीणों ने इकठ्ठा होकर अनशन पर बैठ गए है। ग्रामीणों का कहना है अगर बांध नही बनता है तो वो आने वाले लोकसभा चुनाव मतदान का खुलकर कर बहिष्कार करेंगे।
नदी के किनारे धरना प्रदर्शन कर रहे ये ग्रामीण तहसील कलान के रहने वाले है। दरअसल यहां रामगंगा नदी के प्रकोप के कारण अनशन पर बैठे है। यहां रामगंगा नदी के कटान से दर्जनों गांवो की भूमि नदी के कटान में समा चुकी है। इस क्षेत्र में मझा, नारायणपुर जैसे लगभग एक दर्जन गांव पहले ही नदी के कटान में समा चुके है। शासन और प्रशासन को जानकारी के बाबजूद भी अभी तक यहां कोई बांध नही बनवाया गया। जिससे आहत यहां के ग्रामीणों ने अनशन शुरू कर दिया है। उनका है कि चुनाव में नेता वोट मांगने आते है और उसके बाद भूल जाते है। लेकिन इस बार अगर हमारे क्षेत्र में बांध नही बना तो आने वाले लोकसभा चुनाव में वो किसी भी पार्टी के नेताओ को अपने क्षेत्र में घुसने नही देंगे और चुनाव में मतदान का खुलकर बहिष्कार करेंगे।
अंकित कुमार शर्मा