बरेली- नगर निगम की बेशकीमती जमीन पर अवैध कब्जा हो रहा है लेकिन प्रशासन आंखे मूँदे बैठा हुआ है ।
जानकारी के अनुसार इस बेशकीमती जमीन पर पिछले 7 साल पूर्व भी पूर्व पार्षद श्रीमती मनीषा सक्सेना व वर्तमान में पार्षद दीपक सक्सेना द्वारा अवैध अतिक्रमण को हटवाने का प्रयास किया गया था लेकिन बार-बार इन असरदार लोगों द्वारा अवैध अतिक्रमण का प्रयास किया जाता रहा है। गाटा संख्या 717 पर चौथी बार अतिक्रमण कर दीवार बनाने के प्रयास को विफल करते हुए तत्कालीन नगर आयुक्त श्री पॉल ने विकास अग्रवाल के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कराने के आदेश दिए थे परंतु नगर निगम द्वारा पैरवी नहीं की गयी। वहीं विकास अग्रवाल आज ट्यूबेल लगने में बाधा पैदा कर रहे है जबकि उसके खिलाफ पहले से पुलिस कार्यवाही के लिए पत्र जा चुका है।
वहीं दूसरी ओर इस जमीन के अग्रभाग पर लगभग 180 वर्ग मीटर जमीन पर दूसरे भूमाफिया द्वारा कब्जा किया गया जिस पर 11 फीट से ऊंची दीवारें बनी हुई है 11 फीट ऊंचा तथा 10 फीट चौड़ा गेट लगा हुआ है जिसे पार्षद दीपक सक्सेना की शिकायत पर नगर निगम के तत्कालीन नगर आयुक्त श्री पाल ने गेट पर सील लगवा कर यह संपत्ति नगर निगम की है लाइन लाल पेंट से लिखवाई थी लेकिन वर्तमान में उस अधिकारी द्वारा नगर निगम की स्वामित्व की लाइन को काला पेंट करके मिटा दिया गया तथा पीछे की दीवारों को पुनः बना कर उक्त भूमि को अपने मकान में मिला लिया गया है।
इतना कुछ होने के बाद भी निगम प्रशासन क्यों मौन है यह चिंता का विषय है ।