बरेली/फतेहगंज पश्चिमी- कस्बे में गुरुवार को महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। महाराणा प्रताप के चित्र पर सभी ने माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किये। इस अवसर पर भाजपा विधानसभा प्रभारी भगवान सिंह ने बताया कि उनका जन्म राजस्थान के कुम्भलगढ़ में महाराणा उदयसिंह एवं माता राणी जयवंत कँवर के घर 9 मई 1540 को हुआ उनका नाम इतिहास में वीरता और दृढ प्रण के लिये अमर है। उन्होंने कई सालों तक मुगल सम्राट अकबर के साथ संघर्ष किया। महाराणा प्रताप सिंह ने मुगलों को कईं बार युद्ध में भी हराया। भाजपा मंडल अध्यक्ष अजय सक्सेना ने कहा
महाराणा प्रताप उस समय अकेले ऐसे राजपूत राजा थे जिन्होंने अपने से कई गुना शक्तिशाली अकबर से लोहा लिया। उनके साथ रहने वाले राजपूतों की भी अकबर के साथ मित्रता कर ली थी लेकिन महाराणा प्रताप ने अकेले मुगल सामराराज्य के विरुद्ध झंडा बुलंद किया। 1576 इ. में हल्दी घाटी का युद्ध हुआ अकबर के सेनापति मान सिंह की बड़ी सेना के सामने छोटी हो गयी। राणा प्रताप सिंह की मृत्यु 29 जनवरी 1597 मे मृत्यु हुई ।नगर पंचायत अध्यक्ष कृष्णपाल मौर्य ने कहा कि सर्व समाज को महाराणा प्रताप से सीख लेनी चाहिए उन्होंने अपने राज्य के सम्मान के लिए मुगल शासकों से लड़ाई लड़ी ना कि अपनी कुर्सी को इसलिए हम सभी जाति वर्ग व समाज को एकजुट होकर देश रहना चाहिये जिससे आगे कभी कोई विदेशी आकर हमारे सम्मान को ढेश न पहुंचा सके। कार्यक्रम में , सौरभ पाठक, तेजपाल फौजी, विक्रम सिंह परमार, जतिन सिंह चौहान, कैलाश शर्मा, आशु पाठक, रनजीत सिंह, कैलाश शर्मा, शेखू सिंह, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
– बरेली से सौरभ पाठक की रिपोर्ट