मिर्जापुर – योगीराज में वृद्ध महिला ने मांगा पानी तो मिला अपमान । गुहार अनसुनी होने और अपमानित किये जाने पर पीड़िता ने कलेक्ट्रेट परिसर में ही फांसी लगा लिया । गले मे फांसी का फंदा डालकर बैठी महिला को जिला मुख्यालय पर भी अपमानित होना पड़ा ।सीनियर सिटीजन के लिए दिए गए सारे सबक को भुलाकर कायदे कानून की धज्जी उड़ाने वाले कोई और नही बल्कि कानून के रखवाले कहे जाने वाले खाकी वर्दी वाली पुलिस ही थी ।
बिन बाप की जवान बेटी के साथ पानी के लिए परेशान वृद्ध महिला ने कई बार तहसील दिवस में गुहार लगाया । विधायक के चौखट पर मत्था टेका । इसके बावजूद राहत न मिलने पर वृद्ध महिला ने कचहरी परिसर में नायलॉन की रस्सी से अपने गले में फंदा डाल लिया । जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने महिला को अपमानित करते हुए उसे अपनी जीप में बैठाकर थाने ले गई । वृद्ध महिला पहाड़ी विकास खंड के अठपेड़ा छटहा ग्राम निवासिनी मीरा देवी पाठक का आरोप है कि विधायक के घर पर जाने पर उससे 5000 रुपया मांगा गया । असमर्थता जताने पर उसे अपमानित करते हुए भगा दिया गया । इसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर मैं पहुंची महिला ने आरपार की लड़ाई के मूड में आकर अनशन आरंभ कर दिया । पानी की गुहार लगाना योगी सरकार के सिपहसालारों को इस कदर नागवार लगा कि सारे कायदे कानून को दरकिनार कर महिला का जबरन हाथ पकड़ कर घसीटा गया । इतना ही नही उसे धक्का देकर गिरा दिया गया। वृद्ध महिला को पानी तो नसीब नहीं हुआ अलबत्ता पुलिस की जीप महिला और उसकी बेटी को थाने जरूर ले गई । जिलाधिकारी को संबोधित पत्रक में मीरा देवी ने कहां है कि घर से दूर पानी की व्यवस्था होने के कारण भटकना पड़ता है । पति के ना होने के कारण जवान बिटिया को भेजने पर भय बना रहता है । कई बार तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र दिया गया । उसके जवाब में अधिशासी अभियंता अभाव खंड जल निगम ने 16 फरवरी के भेजे गए पत्र में कहा है कि क्षेत्रीय विधायक को हैंडपंप दिया गया है। यह जानकारी मिलने पर महिला जब मझवां विधायक के दरवाजे पर पहुंची तो विधायक से मुलाकात नहीं कराया गया । वहां मौजूद व्यक्ति ने हैंड पंप के नाम पर ₹5000 की मांग की । असमर्थता जताने पर उसे अपमानित करते हुए 1 साल बाद आने की बात करते हुए भगा दिया गया । इसके बाद अपनी बिटिया के साथ वृद्ध महिला पानी पानी का पोस्टर लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में फांसी का फंदा अपने गले में डाल कर हैंड पंप के लिए की मांग करके पानी की समस्या सिर्फ छुटकारा पाने के लिए बैठी रही । तमाम दुत्कारों के बाद भी उसका प्रयास जारी रहा । जनहित का दावा करने वाले लोगों को वृद्ध महिला का पानी के लिए गुहार लगाना शायद अच्छा नहीं लगा । पुलिस गाड़ी में भरकर आए खाकी वर्दी वाले उस महिला को जबरन हटाने लगे उसकी गुहार को अनसुना करते हुए एक बार फिर उसे कलेक्ट्रेट परिसर में अपमानित किया गया बिना महिला पुलिस के पहुंचे पुलिस के अधिकारी कायदे कानून की सारी बंदिशों को तोड़ते हुए वृद्ध महिला को अपमानित करने में लगें रहें । वृद्धा का हाथ पकड़ कर घसीटने के साथ ही धक्का मार कर गिरा दिया गया । इसके बावजूद वृद्ध महिला अपनी गुहार अनसुनी होता देख पोस्टर लेकर बैठ गई । योगीराज में महिला को पानी तो नहीं मिला परंतु पानी की मांग करने पर पुलिस की जीप में बैठाकर एक अपराधी की तरह थाने जरूर ले जाया गया । पानी के नाम पर मांगे जा रहे तमाम बजट के दौरान एक महिला की दर्द से जिला प्रशासन की अनदेखी और पुलिस की करतूत को लेकर तरह-तरह की चर्चा की जा रही है ।
मिर्ज़ापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट