बरेली। धनतेरस के दिन से दीपावली की शुरुआत हो जाती है। धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरि का जन्म हुआ था। कार्तिक मास की तेरस यानी त्रयोदशी तिथि और धनवंतरि भगवान के जन्मदिन के कारण इसे धनतेरस के नाम से जाना जाता है। धनतेरस पर्व को लेकर लोगों में अलग-अलग भ्रांतियां हैं। इस बार धनतेरस 23 अक्टूबर को पड़ रही है। इस बार धनतेरस पर विशेष योग बन रहे हैं। 1995 में ऐसा योग बना था जब दो दिन प्रतोषकाल प्रदोष व्यापारी तिथी में पड़ रहा है। इस बार धनतेरस 22 अक्टूबर को शाम 6.02 शुरू होकर 23 तारीख को शाम 6.17 मिनट तक रहेगा। जो लोग प्रतोष व्यापनी तिथि को मानते हैं वह दोनों दिन धनतेरस का पर्व मना सकते है। वही जो लोग उदयातिथि( सूर्य उदय से तीन घड़ी तक पूरे दिन मना सकेगे) वह 23 तारीख को धनतेरस मना सकेगे। इस बारे में ज्योतिशाचार्य पंडित रमाकांत दिक्षित ने बताया ऐसा योग सन 1971 के बाद इस बार 23 तारीख को पड़ रहा है। द्विपुष्कर त्रिपुष्कर योग सात मे पड़ने से विशेष फलदाई माना जा रहा है। वही वृश्चिक लगन पर गुरू की सीधी दृष्टि पड़ने से ऑटो, बाइक, लोहा धातू का सामान खरीदने वालों को शुभ लाभ मिल रहा है। वहीं यह धनतेरस मीन व धनू राशी को विशेष फलदाई साबित होगा।।
बरेली से कपिल यादव