दो बार अंबेडकर गांव में चयनित हुई ग्राम सभा फिर भी विकास से है कोसों दूर

सेवता/सीतापुर- विकास क्षेत्र रेउसा की ग्राम सभा सेवता वैसे तो विधान सभा के नाम से भी जानी जाती है इसके अलावा इस ग्राम सभा को दो बार अम्बेडकर ग्राम मे भी चयनित किया गया लेकिन फिर भी यह ग्राम सभा विकास से कोसों दूर है।यू़ तो यहां के वासी तमाम समस्याओं से जूझ रहें है लेकिन मौजूदा समय मे सबसे बडी समस्या यहां की जल निकासी का उचित प्रबन्ध न होना है जिससे पूरा कस्बा नगर पंचायत नही नरक पंचायत बनते दिख रहा है हर रास्ते पर गढ्ढे ,जल भराव ,टूटी एवं जाम नालियां यहां की पहेचान बनती जा रही है। विभागी लापरवाही यहां इतना सर चढके बोल रही है कि दिन पर दिन यहा के हालात बदतर होते जा रहें ओर जलभराव और कीचड की वजह से लोग रास्तों पर निकलना नही चाह रहे हैं।भारत स्वच्छ मिशन जैसी तमाम योजनायें यहां ओंधे मुह पडी हुयी है।यहां के जिम्मेदारों को न शासन का डर है न प्रशासन का।

आये दिन ब्लाक के अधिकारियों ,जन प्रतिनिधियों के द्वारा यहां आकर जन चौपाल और स्वच्छ भारत मिशन जैसे कार्यक्रमो की रस्म भी अदा की जाती है लेकिन कस्बे की बदहाली पर नजर किसी की नही टिकती है।

खास बात यह है कि कस्बे के मध्य मां सोनासरि देबी का अति प्राचीन एवं ऐतिहासिक मन्दिर है और उसके चारों तरफ सुन्दर एवं बडी मार्केट है जहां श्रद्धालुओं का गैर जनपद से भी आना जाना बना रहता है प्रत्येक अमावस्या, शुक्रवार ,सोमवार को भारी संख्या मे यहां लोग आते हैं लेकिन यहां रास्तों पर बह रहे पानी व कीचड कै देख हर एक आदमी यहा़ के जिम्मेदारो पर उंगलियां उठाने के लिये विवश हो जाते है।अन्य गांवो के लैग यहां ग्रह उपयोगी वस्तुये खरीदने यहां आते थे लेकिन कीचड की वजह से लोग यहां आना भूल गये हैं।चारों तरफ फैली गंदगी से निकलना तो दूभर है ही साथ ही संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी भय बना हुआ है ।गंदगी के प्रकोप से यहा़ मच्छरों का आतंक दिन भर बदस्तूर जारी रहता है।कस्बा सेवता के हय मार्ग पर कीचड भरा हुआ है जिस पर पैदल निकलना भी खतरे से खाली नही है।ग्रामीण बताते है कि तमाम समस्याओं को देखते हुये ग्राम प्रधान राजा राम अवस्थी को चुना गया था लेकिन कस्बे वासियों की सभी आशाओं पर पानी फिरता दिख रहा है जब कि कस्बे की तस्वीर बदलने की बात उनके द्वारा बराबर कही जाती रही है लेकिन समस्या कुछ भी पूर्व के शासन काल से इनके शासन काल मे कीचढ की समस्या दिन पर दिन बडती ही जा रही है।बाहय से आने वाला यह कहने के लिये जरूर विवश होता है आखिर यहां का ग्राम प्रधान कौन है जिसके द्वारा नालियां आदि नही साफ कराई जाती हैं।

पूर्व जिलापंचायत सदस्य शिवकुमार गुप्ता निवासी सेवता बताते है कि सेवता के हर रास्ते पर कीचड की भरमार है नालियां सभी टूटी और चोक है जिसकी वजह से भारी समस्या बनी हुयी है जिससे निजात तभी मिल सकती है जब सेवता को नगरपंचायत बनाया जाये और जनसंख्या अगर कम हो तो नजदीकी गांव खरौहा और खुरवलिया जोड कर नगरपंचायत बनाई जाये तभी इसका उद्धार है सकता है।

इस बिषय मे पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सहज राम गौतम बताते हैं कि ग्राम प्रधान राजा राम अवस्थी अपने व्यकतिगत सम्बन्धों से तो अच्छे एवं नेक हैं लेकिन विकास कार्यों मे नब्बे प्रतिशत फेल दिख रहे हैं।मै सिर्फ उनको सो मे दस अंक ही देता हूं।

सेवता के निवासी जगदीश यादव बताते हैं इस समय सेवता की सबसे बडी समस्या कीचड हैसहर रास्ते पर कीचड है जिस पर कोई ध्यान नही दे रहा है।जो बहूत ही जरूरी है ।

मिश्री लाल यादव बताते हैं कि नालियों की जाम व टूटी होने से सारा पानी रास्तों पर बहता है और निकलना मुश्किल है जब कि यहां बाहर के लोग दर्शन हेतू आते हैं जिधको भी भारी समस्यायें होती है कीचड से हर हाल मे निजात मिलना चाहिये।समनसिन पुरवा मजरा सेवता निवासी जीतेन्द्र सिंह बताते है कि वास्तव मे कीचड बहूत ज्यादा है जाम नालियों की वजह से हल्की बारिस मे भी निकलना दूभर हो जाता है।जिससे निजात मिलना बहोत जरूरी है।राहुल सिंह निवासी मोईया बतातें

है कि कस्बा सेवता मे अत्यन्त प्राचीन एवं ऐतिहासिक मन्दिर मां सोनासरि का है जहां बहूत दूर दूर से लोग आते है और भारी भीड होती लेकिन यहां के हालात अत्यन्त बदतर है कि इतना प्रसिद्द स्थल होने पर भी बिकास और व्यवस्थाये हांसिये पर है।हर मार्ग पर बहता गंदा पानी जलभराव है जिससे निजात मिलनी चाहिये।

।पानी की टंकी ने बदली कस्बे की सूरत:-

कस्बे मे जलनिगम द्वारा पानी टंकी के निर्माण कार्य की शुरूवात 2012मे हुयी थी और जिसका कार्य 2015मे पूरा होना था लेकिन लम्बा समय बीतने के बाद भी पानी टंकी के निर्माण मे घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया जिससे आज भी न तो कार्य पूर्ण हो सका है और न टंकी चालू हो सकी है। जल निगम द्वारा पानी की पाइप लाइन पूरे कस्बे मे रास्तों को तोड कर डाली गयी थी जिससे पूरे कस्बे के रास्ते नालिया बदहाल हो गयें और आज भी पूरे रास्ते सुरसा की तरह मुह बाये खडे हैं।

लम्बे समय से नही है कैई सफाई कर्मी:-

यहां यह बताना भी आवश्यक होगा कि यहां दसियों साल से सफाई कर्मी नही है जिस बावत ग्रामीणों द्वारा तमाम कार्यवाही की गयी है लेकिन सफाई कर्मी की तैनाती नही हो पाई जिससे भी अव्यवस्थायें बनी हुयी हैं।

क्या कहते हैं ग्राम प्रधान सेवता:-

ग्राम प्रधान सेवता राजा राम अवस्थी बतातें है कि हां मै मानता हूं कि सेवता की इस समय सबसे बडी समस्या कीचड और जल भराव की है लेकिन जिसके निजात के लिये भारी बजट की आवश्यकता है जिसके लिये मै प्रयास रत हूं।
संवाददाता- सचिन सक्सेना सेवता सीतापुर

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