गोरखपुर- नेपाल दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनकपुर से अयोध्या के लिए चलने वाली मैत्री बस को हरी झंडी दिखाई। जनकपुर से अयोध्या तक चलने वाली इस पहल को अहम माना जा रहा है। जनकपुर से होती हुई ये बस अयोध्या पहुंच चुकी है, जहां सीएम योगी ने इस सेवा का भरपूर स्वागत किया। लेकिन, अयोध्या पहुंचने से पहले ये बस शुक्रवार देर रात गोरखपुर पहुंची। यात्रियों के चेहरे पर खुशी झलक रही थी। वहीं नेपाल से आए मंत्री और यात्रियों ने कहा कि अयोध्या भगवान श्री राम की नगरी है। यहां राम मंदिर जरूर बनना चाहिए। जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर के सर्किट हाउस पहुंचने पर गोरखपुर के चौरीचौरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक संगीता यादव और प्रशासनिक अधिकारियों ने नेपाल से आए मंत्री और यात्रियों के साथ अधिकारियों का स्वागत किया। इस अवसर पर नेपाल के गृह राज्यमंत्री सरोज सिंह कुशवाहा ने कहा कि जनकपुर-अयोध्या बस सेवा महज एक परिवहन सेवा नहीं, बल्कि एक मित्र देश के दूसरे मित्र राष्ट्र के प्रति मधुर संबंधों का प्रमाण है। भारत-नेपाल के बीच बस सेवा के जरिए त्रेतायुगीन रिश्तों को नवीनता देने की कवायद माना जा रहा है।साथ ही गृह राज्यमंत्री कुशवाहा ने कहा कि जनकपुर-अयोध्या बस सेवा के बहाने दोनों मित्र देशों के बीच गमनागमन की सीमा रेखा का अहसास घटेगा। सीता विवाह के बाद अयोध्या और जनकपुर के बीच जो संबंध विकसित हुए उनका विवरण रामचरित मानस में भी मिलता है। यह बस बिहार के सीतामढ़ी और यूपी के गोरखपुर होकर जनकपुर से अयोध्या तक जायेगी। उन्होंन कहा कि अयोध्या भगवान श्रीराम की नगरी है और वहां भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनना चाहिए। जनकपुर से लम्बा सफर करते हुए गोरखपुर पहुंचे यात्रियों के चेहरों पर जरा भी थकान नहीं दिखी। जनकपुर से अयोध्या की यात्रा कर रही जनकपुर की रहने वाली यात्री बबिता ने बताया कि इस बस सेवा को शुरू कर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के साथ त्रेतायुग के रिश्तो को और मजबूती प्रदान की है। नेपाल और भारत के संबंधों को और मजबूती देगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि भारत के लोग जनकपुर और नेपाल के लोग अयोध्या जा सकेंगे। उन्होंने अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर बनाने की वकालत करते हुए कहा कि वहां भगवान श्रीराम का मंदिर जरूर बनाना चाहिए।वही बस में सफर कर रही यात्री सरोज का कहना है कि भारत और नेपाल के प्रगाढ़ रिश्तों को इस बस सेवा से और मजबूती मिलेगी। माता सीता के मायके जनकपुर से अयोध्या की यात्रा करने वाले लोगों को फायदा मिलने के साथ ही भारत और नेपाल के रिश्ते प्रगाढ़ होंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे अयोध्या जाकर दर्शन करेंगे। इसके साथ ही उन्होंंने कहा कि वहां भगवान राम का मंदिर बनने की वे पक्षधर हैं इसके अलावा, यात्री मनोहर का कहना है कि जनकपुर से अयोध्या के लिए चलने वाली इस बस सेवा में पहले दिन यात्रा करके उन्हें व काफी खुशी हो रही है। उन्हें इस बात की काफी खुशी है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर इस बस सेवा को शुरू किया है। रामायण सर्किट और जनकपुर से अयोध्या के लिए शुरू हुई ये बस सेवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा उपहार है। उन्होंने कहा कि वे पहली बार अयोध्या जा रहे हैं। वहां जाकर वे दर्शन करेंगे और भगवान राम की जन्मस्थली के बारे में जानने का प्रयास करेंगे।
-देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा
दो देशों के प्रति मधुर संबंधों का प्रमाण है जनकपुर- अयोध्या बस सेवा: सरोज सिंह कुशवाहा
