बरेली। दोहना अंडरपास मे पानी के रिसाव व जलभराव की समस्या को लेकर किसानों मे गहरा आक्रोश है। रेलवे इंजीनियरिंग विभाग द्वारा मेंटिनेंस कार्य शुरू न किए जाने पर शुक्रवार को किसान एकता संघ के पदाधिकारियों और किसानों ने अंडरपास के पास प्रदर्शन किया। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्य प्रारंभ नही हुआ तो वे डीआरएम कार्यालय पर धरना देंगे। किसान एकता संघ के नेता डॉ. रवि नागर ने कहा कि रेलवे इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही के चलते करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से बना दोहना अंडरपास एक साल के भीतर ही जलभराव की समस्या से जूझ रहा है। अंडरपास बनने का उद्देश्य ग्रामीणों को सुविधा देना था पर अब यह परेशानी का कारण बन गया है। जलभराव के चलते पैदल यात्री व साइकिल सवार अब भी रेलवे लाइन पार करने को मजबूर है। जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है। डॉ. नागर ने बताया कि पानी निकालने के महज दो घंटे बाद ही अंडरपास मे दो फीट तक पानी भर जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने मेंटिनेंस प्रोजेक्ट को फाइल तैयार होने के बाद भी मंजूरी रोक रखी है। किसान एकता संघ के प्रदेश अध्यक्ष शेर अली जाफरी और किसान युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पंडित राजेश शर्मा ने कहा कि अंडरपास के रास्ते से आठ से दस गांवों के लोग गुजरते है। पास मे कई स्कूल-कॉलेज भी है। स्कूली बच्चों को रोज इसी मार्ग से होकर जाना पड़ता है। पानी भरने के कारण उन्हें रेल पटरी पार करने का जोखिम उठाना पड़ता है। किसानों ने मांग की कि रेलवे जल्द मेंटिनेंस कार्य को स्वीकृति देकर शुरू करे।।
बरेली से कपिल यादव
