बरेली। ईद का त्योहार घरों में रहकर शांतिपूर्वक मनाया जा रहा है। बरेली समेत कई शहरों में पहली बार ईदगाह पर ईद की नमाज नहीं पढ़ी गई। वहीं शहर से लेकर देहात तक मे ईदगाह के बाहर पुलिस बैठी रही। किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया गया। देश भर में ईद उल फितर की नमाज घरों में अदा की गई। ऐसा 14 सौ साल में पहली बार हुआ है। बरेलवी मसलक के उलेमा ने कहा कि उलेमा ने कहा ऐसा कभी नहीं हुआ कि नमाज मस्जिद, ईदगाहों में न होकर घरों में अदा की गई हो। ईद की खुशियां अब वह नहीं रही जिसका एहसास हुआ करता था। सोमवार को ईद की नमाज की बजाए चाश्त व शुकराने की नमाज लोगों ने घरों में अदा की है। मुस्लिम धर्मगुरू मुफ्ती साजिद हसनी कादरी ने कहा कि शहर से लेकर देहात में भी ईदगाह और मस्जिदों में नमाज पढ़ने लोग नहीं पहुंचे। सिर्फ पांच ही लोगों ने मस्जिदों में जाकर नमाज अदा की है। कोरोना के चलते गले मिलने की बजाए हाथ जोड़कर दिल पर हाथ रखकर दो मीटर की दूरी बनाकर एक दूसरे को मुबारकबाद दे रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए लोगों ने ईद की मुबारकबाद दी। नमाज के बाद अमन व सुकून बना रहे और कोरोना वायरस के खात्मे की दुआ की गई।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी ईद की बधाई
यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ईद-उल-फितर के अवसर पर सभी प्रदेश वासियों व विशेषकर मुस्लिम भाई-बहनों को बधाई देते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए घर से ही नमाज पढ़ें और जरूरी ऐहतियात बरते। राज्यपाल ने अपने बधाई सन्देश में सभी लोगों की सुख-समृद्धि की कामना करते हुए कहा है कि ईद का पर्व हमें मोहब्बत, एकता और आपसी भाईचारे का संदेश देता है। उधर, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ईद की बधाई देते हुए अपील की है कि घर से ही नमाज पढ़ कर सामाजिक दूरी के साथ ईद मनाए। उन्होंने कहा है कि खुशियों का यह त्योहार सामाजिक एकता को बढ़ावा देता है।।
बरेली से कपिल यादव