झांसी। जनपद के देवरी बालू घाट पर हुई कम्प्यूटर ऑपरेटर की गोली मारकर हत्या और लाखों रुपए की डकैती का आज खुलासा हो गया। पुलिस और स्वॉट टीम ने मिलकर इस घटना में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। उनके पास से तमंचे व लूटी गई चार लाख रुपए नकदी बरामद की गई है। यह जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी। उन्होंने बताया कि इस घटना के पर्दाफाश के लिए ककरबई के साथ ही प्रेमनगर थाने की पुलिस व स्वॉट टीम को भी लगाया गया थाl
एसएसपी ने बताया कि झांसी के ककरबई थाना क्षेत्र के देवरी बालू घाट पर 13 मार्च को बालू घाट के अस्थाई कार्यालय में घुस कर कुछ बदमाशों ने कम्प्यूटर ऑपरेटर राजस्थान निवासी मुश्ताक खां की गोली मारकर हत्या कर दी थी और वहां से बदमाश15 लाख रुपए लूट कर ले गए थे। इस बीच वहां मौजूद गार्डों को भी पीटा गया था। इस घटना में बदमाशों का सुराग मिलते ही स्वॉट टीम प्रभारी उमेश चंद्र त्रिपाठी के साथ ककरबई थाना एसओ अखिलेश सिंह, प्रेमनगर थाना प्रभारी निरीक्षक स्वतंत्रदेव सिंह ने उनकी धरपकड़ शुरू की।एसएसपी के अनुसार आज रात टीम के साथ अपराधियों की धरपकड़में जुटी पुलिस को यह महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को ककरबई थाना क्षेत्र के ग्राम खरवांच में धसान नदी के पास सुनसान इलाके से हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना अपराध कबूल कर लिया। एसएसपी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम हमीरपुर के चिकासी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम टोला निवासी सुरजन खंगार व हमीरपुर के राठ थाना क्षेत्र स्थित सब्जी मंडी कोर्ट बाजार निवासी महेंद्र बताए। उनके पास से तलाशी के दौरान 315 बोर के दो तमंचे, चार कारतूस व लूटे गए चार लाख रुपए भी बरामद किए गए हैं।इस सनसनी खेज हत्या व लूटकांड के आरोपियों ने अचानक ही घटना को अंजाम नहीं दिया था। एसएसपी के अनुसार पकड़े गए आरोपी सुरजन ने पूछताछ में बताया कि उसने व अन्य साथियों ने घटना स्थल के पास ही एक कमरा किराए से लिया था। इसके बाद वे दिन भर रेकी करते थे। सही समय और मौके का इंतजार करते-करते 13 मार्च आ गई और सभी ने मिलकर लूटकांड की योजना बनाई। जब वे लूट का रुपया लेकर भागने लगे तो मैनेजर ने विरोध किया। इस पर उसे गोली मार दी गई। उसने बताया कि वह चार माह पूर्व बांदा की जेल से छूटा है। उसने व अन्य साथियों ने लूट व डकैती की कई घटनाओं को अंजाम दिया है। घटना का मास्टर माइंड फिलहाल फरार है।पूछताछ में सुरजन ने पुलिस को बताया कि वह तीन-चार दिन पूर्व अपने एक साथी के साथ बाइक से हमीरपुर जा रहा था। रास्ते में उसका एक्सीडेंट हो गया। उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज झांसी लाया गया। यहां वह फर्जी नाम से भर्ती हुआ। लेकिन अगले ही दिन वहां से वह नर्सिंग होम में चला गया। ताकि पुलिस से बचा रहे। एसएसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इस बड़े हत्याकांड व लूट की घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को झाँसी एसएससपी द्वारा 25 हजार रुपए नगद एवं डीआईजी झाँसी परिक्षेत्र जवाहर द्वारा 50 हजार रुपए नगद की धनराशि से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
-उदय नारायण, झांसी