दुबई के प्रिंस ने समाजसेवी मैनुद्द्दीन खान को बेस्ट सोशल वर्क एवार्ड से किया सम्मानित

देवरिया किसी शायर ने सही कहा है दिल मे हो जज्बा तो हर मंजिल आसान है और इस शायरी को हकीकत के कर के दिखाया देवरिया बुधुखा का गाँव के रहने वाले लोक प्रिय समाजसेवी मैनुद्द्दीन खान ने वही आज दुबई में आयोजित एक बिजनेस कार्यक्रम में बेस्ट सोशल वर्क का एवॉर्ड व सर्टिफिकेट देकर इनको नवाज़ा गया।

देवरिया बुधुखा गांव निवासी मरहूम हाजी शक्कूर खान पेशे से एक किसान थे और उनके दो बेटे बड़े बेटे मरहूम मोबिन खान थे और छोटे बेटे मैनुद्द्दीन खान है मैनुद्द्दीन खान बचपन से होनहार थे पिता के इंतकाल के ठीक एक महीने बाद बड़े भाई मरहूम मोबिन खान की भी इंतकाल हो गयी जिसके बाद घर की मालती हालत ठीक न होने के कारण उन्होंने हाईस्कूल तक कि शिक्षा जीआईसी से ग्रहण की जिसके बाद मैनुद्द्दीन खान अकेले पड़ गये और घर की स्थिति और पूरे परिवार को देखते हुये उन्होंने मुंबई का सफर शुरू किया मुम्बई जाने के बाद हप्टो काम की तलाश की लेकिन काम न मिलने के कारण वो काफी निराश हुये लेकिन दिल मे जज्बा और परिवार की परवरिश को देखते हुये मैनुद्द्दीन खान ने हार नही मानी और काम की तलाश जारी रखा ।

नौकरी की तलाश में गुजारे रेलवे प्लेट फार्म पर राते।

एक हप्ते बाद उन्हें एक व्यक्ति मिला जिसने मैनुद्द्दीन खान को अपने इलेक्ट्रिक कम्पनी में नौकरी दी जिसके बाद दिन में काम करते और शाम को सात बजे से रात के ग्यारह बजे तक एक ओढा पाव की दुकान में काम करते थे जिससे उनको वहाँ खाने को मिल जाता था और रात को मुम्बई के भन्दूक रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म पर आसमा को अपना छत बना गुजारते । इस तरह छः महीने का दिन गुजरता गया एक दिन उनकी मुलाकात उनके ही गाँव के पास विशुनपूरा के रहने वाले महेन्द्र प्रसाद से हुई जिसके बाद महेन्द्र कुमार ने मैनुद्द्दीन खान को अपने कमरे में रहने को कहा जिसके बाद दोनों ने गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की जिसके बाद मैनुद्द्दीन खान ने एक साल कड़ी मेहनत और ईमानदारी के साथ काम करते हुये छोटे छोटे फ्लैट का ठिका लेकर अपना काम शुरू किया बाद मैनुद्द्दीन खान अपनी मेहनत से आगे बढ़ते गये और उन्होंने यह साबित कर दिखाया की मेहनत से हर मंजिल हासिल हो सकती है आज मैनुद्द्दीन खान एक बड़े कारोबारी में उनकी गिनती होती है।

मेहनत के बल पर खोला खुद की कम्पनी।

मैनुद्द्दीन खान बताते है बचपन के दिनों में मैने अपने पिता से सिख ली कि कोई भी काम हो कड़ी मेहनत और ईमानदारी लग्न से काम करे तो कोई भी काम आसान हो सकती है मैने भी बचपन से पिता के बताये रास्ते पर चल कर रात दिन कड़ी मेहनत की और आज उसी मेहनत की वजह से मेरी खुद की चार कम्पनी खड़ी ।

बचपन से था समाजसेवा करने की ललक।

समाजसेवी मैनुद्द्दीन खान बताते है कि मुझे बचपन से ही समाज सेवा करने की ललक थी मैं चाहता हु की आज के परिवेश और समाज मे कोई दुखी न हो इस लिये मैने समाजसेवा का रास्ता चुना मुझे लोगो की सहायता कर के अपने आप को गौरवान्वित महसूस करता हूं ।

समाजसेवा करते हुये 350 बच्चो की फ्री में पढ़ाई का लिया जिम्मा।

समाजेवी मैनुद्द्दीन खान ने देवरिया बुधुखा के जामिया अरबिया मेराजुल उलूम मदरसे के 350 बच्चो की फ्री में पढ़ाई का जिम्मा लिया है वही जिस तरह सरकारी स्कूलों में छात्रों को सुख सुविधा मिलती है ठीक उसी तरह इस मदरसे में मैनुद्द्दीन खान छात्रों को सुविधा मुहैया कराते है सभी छात्रों को ट्रेस बैग कॉपी किताब भोजन सब फ्री में देते है यहाँ तक कि छात्रों को हर सलाना स्कारशिप भी अपने पास से देते है।

समाजसेवा करते सैकड़ो लोगो की बचा चुके है जान।

समाजसेवी मैनुद्द्दीन खान ने बताया कि एक बार मै मुंबई के अस्पताल में गया था मैंने देखा कि एक व्यक्ति पैसे के आभाव में उसका ईलाज नही हुआ जिससे उसकी मौत हो गयी यह देख मैं अपने आप को नही रोक पाया और मैं भाव विभोर हो गया जिसके बाद मैने यह प्रण लिया कि आज से किसी भी गरीब व्यक्ति की पैसे के आभाव में मौत न हो उस दिन से जो भी व्यक्ति मेरे पास आता है मैं हर सम्भव उसकी मदत करता हु अभी तक समासेवी मैनुद्द्दीन खान सैकड़ो गरीबो की ज़िंदगी बचा चूके है।

वही आज दुबई में आयोजित एक विजनेस कार्यक्रम में समाजसेवी मैनुद्द्दीन खान के कार्यो को देखते हुये उनको बेस्ट सोशल वर्क एवार्ड व सर्टिफिकेट देकर नवाज़ा गया। वही इस आयोजित कार्यक्रम में फ़िल्म जगत की कलाकारा करिश्मा कपूर जेडीयू के चिप जनरल सेक्रेटरी श्री के सी त्यागी एमपी के भारतीय जनता पार्टी के नेशनल जनरल सेक्रटरी श्रीकैलाश विजयवर्गीया कांग्रेश के राज्य सभा सांसद श्री राजीव शुक्ला एमपी के इन्दौर सांसद शंकर लालवानी एक्टर गजेन्द्र चौहान एक्स चेयरमैन ऑफ एफटीआईआई इंडो यूरेपीएन बिजनेस फेरम के लीडर श्री सुनील कुमार गुप्ता व तारक मेहता का उलटा चश्मा क्रियेटर श्री आसित मोदी मौजूद रहे।

वही कुछ महीने पहले समाजसेवी मैनुद्द्दीन खान को लंदन में आयोजित विजनेस कार्यक्रम में उनके सामाजिक कार्यो को देखते हुये महात्मा गाँधी एवार्ड से नवाजे गये थे। और बैंगलोर के एक यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में भी डॉ एपीजे अब्दुल कलाम एवार्ड से नवाजे गये थे।

वही एवार्ड मिलने पर उनके बेटे सलमान खान भतीजे शोएब खान शोहेल खान अजहर सिद्दकी लाली भाई प्रवीण जफर ठाकुर और गाँव के लोगो ने खुशी व्यक्त की।

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