दुनिया को शांति और सदभाव का सन्देश देते है रचनाकार

हरिद्वार/रुड़की – मुजफ्फरनगर की साहित्यिक संस्था वाणी ने रुड़की के वरिष्ठ साहित्यकार डा योगेन्द्र नाथ शर्मा अरुण और साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन को उनकी साहित्यिक सेवाओ के लिए शाल ओढ़ाकर,स्मृति चिन्ह व संस्था की पुस्तके भेंट कर सम्मानित किया है।उनके द्वारा संस्था की नव प्रकाशित पुस्तक स्फुरण का विमोचन भी भव्य कार्यक्रम के बीच किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के पूर्व सदस्य डा योगेन्द्र नाथ शर्मा अरुण ने पुस्तक के लेखको की मुक्तकण्ठ से प्रशंसा करते हुए वाणी संस्था के साहित्यिक योगदान की भी चर्चा की व जिंदगी और माँ से जुड़े दो गीत सुनाकर सबको भावविभोर भी किया।विशिष्ट अतिथि विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ के उत्तराखण्ड प्रभारी श्रीगोपाल नारसन ने नव विमोचित पुस्तक स्फुरण की समीक्षात्मक चर्चा की व कहा कि मिक्स वेज की तरह पुस्तक मे परोसी गई विभिन्न विधाओ की रचनाओ से मुक्कमल साहित्य का गुलदस्ता तैयार हुआ है जिसके लिए उन्होंने सम्पादक रामकुमार शर्मा गागी व वाणी अध्यक्ष डा ब्रजेश मिश्र को बधाई दी।उन्होंने कहा कि रचनाकार समाज व देश हित का सबसे बड़ा परोकार है।जो शांति व सदभाव के लिए काम करता है।उन्होंने अपनी गम्भीर व हास्य व्यंग्य की रचनाओ से वातावरण को काव्यमय बना दिया।एस ड़ी कॉलेज आफ इंजीनियरिंग के अधिशासी निदेशक एस एन चौहान ने स्वयं की साहित्य साधना का परिचय देते हुए उद्देश्यपरक कविता सुनाकर अपनी विद्वता सिद्ध की।वाणी सचिव सुनील के संचालन मे आयोजित इस कार्यक्रम मे प्रोफेसर जेपी सविता,मनु स्वामी,ड़ा पुष्प लता समेत अनेक रचनाकार मौजूद रहे।
-तसलीम अहमद, हरिद्वार

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