फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। जिले भर में प्रकाश पर्व दीपावली श्रद्धा व अवास के साथ पारंपरिक तरीके से मनाया गया। दीपावली पर पूरा शहर रंग-बिरंगी रोशनी से नहा गया और चर-घर में रोशनी ने अपना डेरा जमा लिया। लोगों ने अपने घरों पर भगवान श्री गणेश व लक्ष्मी के साथ साथ कुबेर भगवान की भी विधिवत पूजा अर्चना की। इस मौके पर लोगों ने स्वादिष्ट व्यंजन व मिठाइयों का भोग भी लगाया। घर पर पूजा के बाद लोगों ने शहर के मंदिरों में भी दिये जलाए और परिवार के सुख शांति का वरदान भी मांगा। रोशनी के पर्व दीपावली पर गुरुवार की रात दीयों, लाइटों और पटाखों की रोशनी से जगमग रही। लोगों ने जमकर पटाखे जलाए लेकिन हरित पटाखों की मात्रा अधिक होने के कारण वायु प्रदूषण कम रहा। दीपों का पर्व दीपावली पर मंहगाई की मार स्पष्ट नजर आई। धन-पतियों की दीपावली जहां धूमधाम से मनी। वहीं मध्यम वर्ग व गरीब अपने बजट में कटौती कर सिर्फ परंपरा का निर्वाहन करते नजर आये। मंहगाई की मार झेल रहे दीपावली के त्योहार पर मिलावट खोरी व जुआरियों की चांदी रही। कुल मिलाकर दीपावली का यह त्योहार दो रूपों में नजर आया। एक तो धनपतियों के रूप में जहां अपने घरों को महंगी झालरों से अपने मकान को सजाया तथा जमकर आतिशबाजी का प्रयोग कर धनपतियों ने अपने धन का जमकर पदर्शन किया। वही दूसरी ओर मध्यम वर्ग द्वारा परंपरा निभाने को मोमबत्तीयों व सस्ती मिलावटी मिठाइयों के साथ यह त्योहार मनाते नजर आये। पटाखा व्यापारियों का कहना है कि दीवाली पर पूरे जिले में कई करोड़ के आतिशबाजी की बिक्री हुई होगी। बरेली सहित देश भर में ज्यादातर इलाकों में पटाखों की सप्लाई तमिलनाडु के शिवकाशी से होती है। इसके अलावा स्थानीय स्तर भी पटाखे बनाने का काम काफी होता है। दरसअल, वायु प्रदूषण कम करने के लिए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और सरकार की सख्ती के कारण पटाखा कारोबारियों ने इस बार हरित पटाखे ज्यादा बनाए। पटाखे जलाने को लेकर लोग भी पहले से ज्यादा जागरूक हुए हैं। पटाखा कारोबारियों के मुताबिक इस बार ज्यादातर ग्राहकों ने ब्रांडेड पटाखों की खरीदारी की, ग्रीट पटाखे काफी बिके।।
बरेली से कपिल यादव