राजस्थान/बाड़मेर – जन कल्याणकारी योजनाओं से कोई भी दिव्यांगजन वंचित नहीं रहें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं यशस्वी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिव्यांगजनों के लिए कई लाभकारी योजनाएं लागू की है। बाड़मेर जिला प्रशासन से उसी दिशा में पहल करते हुए जन कल्याणकारी योजनाओं की धरातल पर क्रियान्विति का सराहनीय कार्य किया है। इसकी बदौलत दीपावली से पहले ही दिव्यांगजनों को खुशियाँ की सौगात मिली है। उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के.विश्नोई ने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आदर्श स्टेडियम में आयोजित दिव्यांग सहायक अंग उपकरण वितरण कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।
उद्योग एवं वाणिज्य राज्यमंत्री के.के.विश्नोई ने कहा कि दिव्यांगजनों के जीवन को सशक्त करने की दिशा में राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। उनके कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू की गई है। इनका लाभ राज्य के प्रत्येक दिव्यांगजन तक पहुंच सके, इसके लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।उन्होंने बाड़मेर जिला प्रशासन की अभिनव पहल की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश के अन्य जिलों में बाड़मेर मॉडल को लागू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विशेष योग्यजनों को आत्म-सम्मान के साथ जीवन सशक्त करने तथा राज्य की प्रगति में योगदान करने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वेब पोर्टल की शुरूआत होने से दिव्यांगों को अपने घर से आनलाइन सुविधाओं का फायदा ले सकेंगे। उन्हें एक ही स्थान पर समुचित जानकारी मिल सकेगी। इस दौरान उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के.विश्नोई, शिव विधायक रविन्द्रसिंह भाटी, जिला कलक्टर श्रीमती टीना डाबी, सभापति दिलीप माली, प्रधान रूपाराम सारण, समाजसेवी दीपक कड़वासरा, रमेश शर्मा, प्रतिपक्ष नेता पृथ्वी चंडक, लक्ष्मण वडेरा, भामाशाह एवं उद्यमी किशोरसिंह कानोड़, भाजपा प्रवक्ता रमेशसिंह इंदा,राजूदास भील ने दिव्यांगजनों को ट्राइसाइकिलें एवं सहायक उपकरण वितरित किए।
इस दौरान जिला कलक्टर टीना डाबी ने कहा कि अक्टूबर माह में बाड़मेर जिला प्रशासन ने उपखंड स्तर पर दिव्यांगजन शिविरों के आयोजन करने के साथ उनको जन कल्याणकारी योजनाओं से लाभांवित करने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को किसी तरह की असुविधाएँ नहीं हो, इसके लिए जिला स्तर से मेडिकल बोर्ड का गठन करते हुए उनको दिव्यांगजन शिविर में भेजा गया। इससे दिव्यांगजनों को खासी सहुलियत हुई। उन्होंने कहा कि इस अभियान के दौरान सात हजार व्यक्तियों का पंजीयन करते हुए 2031 पात्र दिव्यांगजनों के दिव्यांग प्रमाण पत्र अनुमोदित किए गए। इसके अलावा सरकारी कार्यालयों का दिव्यांग फ्रेंडली होने संबंधित ऑडिट करवाया गया है।
जिला कलक्टर टीना डाबी ने कहा कि बाड़मेर मॉडल को राज्य सरकार पूरे प्रदेश में लागू करने पर विचार कर रही हैै। उन्होंने कहा कि आगामी समय में द्वितीय चरण के दौरान दिव्यांगजनों को बेहतरीन सुविधाएं मुहैया कराने का प्रयास किया जाएगा। नगर परिषद सभापति दिलीप माली ने कहा कि दिव्यांगजन का आत्मबल बढ़ाने एवं उनको समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए राज्य सरकार ने सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने जिला प्रशासन को अभियान के माध्यम से दिव्यांगजन के कल्याण के लिए बेहतरीन कार्य करने पर बधाई दी। समाजसेवी रमेश शर्मा ने कहा कि आमजन दिव्यांगजन की हरसंभव मदद करने के लिए आगे आएं। उन्होंने दिव्यांगजनों को हिम्मत के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम कां संचालन प्रोफेसर डा. मुकेश पचौरी ने किया। जिला स्तरीय कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्रसिंह चांदावत, यूआईटी सचिव श्रवणसिंह राजावत, उपखंड अधिकारी वीरमाराम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक सुरेन्द्र प्रताप सिंह भाटी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मूरलीधर यादव, कृष्णसिंह राणीगांव, भगवान बारूपाल, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक अनंत आर्य, विकास अधिकारी औंकारदान समेत विभिन्न जन प्रतिनिधिगण, प्रशासनिक अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
आदर्श स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 112 ट्राई साइकिल, 47 व्हीलचेयर, 34 श्रवण यंत्र, 138 वैशाखी एवं 27 ब्लाइंट स्टीक वितरित की गई।
बेहतरीन कार्य के लिए सम्मानितः जिला स्तरीय कार्यक्रम में नवो बाड़मेर समन्वित प्रयास सशक्त समाज अभियान के दौरान बेहतरीन कार्य करने पर सेड़वा उपखंड अधिकारी बद्रीनारायण विश्नोई, चौहटन तहसीलदार कृष्णा इंणकिया, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक सुरेन्द्र प्रतापं सिंह भाटी,सामाजिक सुरक्षा अधिकारी दिलीप सिंह, महेन्द्रसिंह,डा.कंवराराम, डा.महेन्द्रसिंह, डा.मोहित कुमार, डा.भगवान सिंह राजपुरोहित ,डा.भानुप्रतापसिंह को सम्मानित किया गया।
ट्राइसाइकिल वितरण करने के दौरान उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के.के.विश्नोई, जिला कलक्टर टीना डाबी एवं अन्य अतिथियों ने दिव्यांगजनों का माल्यार्पण किया। इस दौरान कई दिव्यांगजनों की आंखों में खुशी के आंसू झलक पड़े। शिविर में जिले के विभिन्न स्थानों से पहुंचे दिव्यांगजनों ने बताया कि यह पहला मौका है जब उनका आसानी से दिव्यांग प्रमाण पत्र जारी हुआ। साथ ही आसानी से सहायक उपकरण भी प्राप्त हो रहे है।
– राजस्थान से राजूचारण