आंवला, बरेली। पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कैंप कार्यालय के पास दिवाली मेला का आयोजन किया। इसमें बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले लगाए गये तथा बच्चों एवं क्षेत्रीय नागरिकों को भोजन भी कराया गया। मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि यह अपना कार्यक्रम, अपनों के द्वारा, अपनों के लिए है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति पर्वो पर आधारित है और भारत में कृषि व ऋषि परंपरा का विशेष स्थान रहा है। कृषि हमें अन्न प्रदान कर जीवन देती है, वहीं ऋऋषि हमें जीवन जीने की सही शैली बताते है। उन्होंने कहा कि आज सबको दूध, दही और घी की आवश्यकता है। परंतु कोई भी पशु पालना नहीं चाहता। यदि पशुपालन नहीं किया जाएगा तो ये वस्तुएं कहां से मिलेंगी। मंत्री ने बताया कि पशुपालन न केवल आय का अच्छा स्रोत है बल्कि इससे परिवार की आवश्यकताओं की पूर्ति भी होती है। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे आय बढ़ाने के लिए गाय पालें। मंत्री ने बताया कि आंवला में दुग्ध डेयरी की स्थापना की गई है। जो दूध खरीदने के बाद प्रत्येक सप्ताह भुगतान करेगी। उन्होंने बच्चों के संस्कारों पर जोर देते हुए कहा कि आज कुछ लोग बच्चों की परवरिश दूसरों के भरोसे छोड़ देते हैं और वही बच्चे वृद्धावस्था में अपने माता-पिता को वृद्धाश्रम भेज देते है। मंत्री ने सभी से अपने बच्चों को स्वयं पालने और उन्हें अच्छे संस्कार देने की अपील की। इनसे पूर्व उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य महेंद्र सिंह राणा, प्रमोद अनुरागी, संजीव सक्सेना, निर्दोष चतुर्वेदी, अधीर सक्सेना ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन रामनिवास मौर्य ने किया। कार्यक्रम में अनमोल गुप्ता, प्रभाकर शर्मा, मीना मौर्य, ऊषा सतीजा, हरीश चौहान, समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव
