बरेली। जिले में आखिर अन्नदाताओं पर इंद्रदेव मेहरबान हो गए। रविवार दोपहर आसमान में छाए बादल दिनभर रिमझिम की तरह बरसते रहे। रविवार की सुबह से शुरु हुई बारिश पूरे दिन रुक-रुक कर होती रही। जिससे किसानों के चेहरे खिल गए। वहीं लोगों को गर्मी से राहत मिली। इसके साथ ही सड़कों पर जगह-जगह जलभराव हो गया। रविवार की सुबह हल्की बूंदाबांदी के साथ बारिश शुरु हो गयी। जो कि पूरे दिन रुक-रुक कर होती रही। इस बारिश से गन्ना धान आदि की फसल को भारी राहत मिली। जिससे किसानों के चेहरे खिल गए। वही लोगों को गर्मी से भारी राहत मिली। मौसम विभाग ने 21 जुलाई तक रोजाना भारी बारिश की संभावना जताई है। इससे सब्जी व दलहनी फसलों को नुकसान के साथ नदियों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ के हालत बन जाएंगे। रिमझिम बारिश से अधिकतम तापमान करीब तीन डिग्री सेल्सियस गिर गया। जबकि रात का तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग की दो प्रमुख भविष्यवाणी गलत साबित होने के बाद मौसम विज्ञानी भी साख को लेकर चिंतित थे। ग्रामीण कृषि मौसम इकाई के नोडल अधिकारी व सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. यूपी शाही ने 19 व 21 जुलाई को रुहेलखंड में भारी बारिश की संभावना जताई है। 19 जुलाई को 77 से लेकर 138 मिमी, 20 जुलाई को 52 से 176 मिमी तथा 21 जुलाई को 46 से 100 मिमी तक बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि 22 जुलाई से मानसून हल्का पड़ जाएगा। लेकिन इस दौरान नदियों का जलस्तर बढ़ जाएगा।।
बरेली से कपिल यादव